कांग्रेस (Congress) से निष्कासित नेताओं ने शनिवार को पार्टी के स्थापना दिवस पर अलग से कार्यक्रम आयोजित किया. इन नेताओं ने अब सभी जिलों में ऐसे ही कार्यक्रम आयोजित करने और उसके बाद नोएडा (Noida) में राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया है. इससे प्रतीत होता है कि उत्तर प्रदेश में असली कांग्रेस के लिए संघर्ष शुरू हो गया है.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Uttar Pradesh Congress Committee) के पूर्व अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह मुन्ना ने कहा कि मत भिन्नता हमेशा से कांग्रेस की पहचान रही है, लेकिन पार्टी में अलग विचारधारा को कभी स्वीकार नहीं किया गया. उन्होंने कहा, "पार्टी में कुछ लोग कांग्रेस के संविधान का मजाक बना रहे हैं. पार्टी से निष्कासित 10 वरिष्ठ नेताओं के साथ अन्याय हुआ है. हम उनके साथ हैं."
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पार्टी से निष्कासित संतोष सिंह ने कहा कि अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों ने उन्हें पार्टी से निष्कासित किया है. उन्होंने कहा, "यह अनुशासन समिति का स्तर है, जिसे कार्रवाई करने की प्रक्रिया तक नहीं पता है." पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा कि वे पार्टी को नष्ट करने की मंशा रखने वाले तत्वों से पार्टी को बचाने के लिए नया युद्ध छेड़ेंगे.
पूर्व एमएलसी हाजी सिराज मेहंदी ने कहा कि उन्हें विभिन्न जिलों से समर्थन मिल रहा है और इससे पता चलता है कि पार्टी में सब ठीक नहीं चल रहा है. एक अन्य निष्कासित नेता स्वयं प्रकाश गोस्वामी ने कहा कि यह संघर्ष कांग्रेस के असली और नकली नेताओं के बीच है. कांग्रेस के निष्कासित नेताओं ने शनिवार को पार्टी के 135वें स्थापना दिवस पर अलग से कार्यक्रम आयोजित किया.
कांग्रेस ने नवंबर में 10 वरिष्ठ नेताओं को निष्कासित कर दिया था, जब उन्होंने पार्टी के वर्तमान प्रदेश नेतृत्व और उनकी कार्यशैली के खिलाफ आवाज उठाने के लिए बैठक आयोजित की थी.