Khushboo Sundar Joins BJP: दक्षिण भारत की अभिनेत्री खुशबू सुंदर कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में हुईं शामिल, कहा- देश को पीएम मोदी की है जरूरत
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. दक्षिण भारतीय फिल्मों की अभिनेत्री खुशबू सुंदर यह कहते हुए सोमवार को कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गयीं कि उन्हें अहसास हो गया है कि यदि देश को ‘सही दिशा और उसके वैभव की ओर’ ले जाना है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे किसी व्यक्ति की जरूरत है।
नई दिल्ली: दक्षिण भारतीय फिल्मों की अभिनेत्री खुशबू सुंदर (Khushboo Sundar) यह कहते हुए सोमवार को कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गयीं कि उन्हें अहसास हो गया है कि यदि देश को ‘सही दिशा और उसके वैभव की ओर’ ले जाना है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जैसे किसी व्यक्ति की जरूरत है. द्रमुक से कांग्रेस (Congress) और फिर कांग्रेस से भाजपा में आने के साथ ही यह उनकी तीसरी राजनीतिक पारी होगी। तमिलनाडु में कम राजनीतिक प्रभाव रखने वाली भाजपा को आस है कि खुशबू के आने से राज्य में उसकी राजनीतिक ताकत बढेगी क्योंकि देश के अन्य क्षेत्रों की तुलना में वहां फिल्मी सितारों का ज्यादा असर है.
कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के चंद घंटों बाद ही खुशबू भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि और तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष एल मुरूगन की मौजूदगी में दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा से भी भेंट की।
खुशबू ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा है कि वह ऐसा कुछ नेताओं के “अपनी बात थोपने” और “दबाव डालने” के विरोध में ऐसा कर रही हैं. यह भी पढ़े | उत्तर प्रदेश: BJP विधायक सुरेंद्र सिंह का विवादित बयान, राहुल गांधी और प्रियंका को बताया मानसिक हिंदू विरोधी.
कांग्रेस ने उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से हटाने की घोषणा की है जबकि पार्टी की तमिलनाडु इकाई ने कहा कि उनके इस्तीफे से कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं हुआ है. खुशबू ने भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने देखा है कि लोगों ने मोदी पर बार बार अपना विश्वास जताया है. उन्होंने कहा, ‘‘ वाकई, 125 करोड़ लोग एक व्यक्ति पर विश्वास करते हैं और वह हमारे प्रधानमंत्री हैं। मैं सोचती हूं कि वे बिल्कुल सही कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी उनके लिए जो जिम्मेदार उपयुक्त समझती है वह उसके निर्वहन के लिए तैयार है.
तमिलनाडु में अगले साल के पूर्वार्ध में विधानसभा चुनाव हैं.राज्य की राजनीति में क्षेत्रीय दलों का वर्चस्व रहा है। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) और ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक) के इर्दगिर्द ही प्रदेश की राजनीति का पहिया घूमता रहा है.दोनों ही दल बारी-बारी से प्रदेश के साथ-साथ केंद्र की राजनीति में अहम भूमिका निभाते रहे हैं. फिलहाल, अन्नाद्रमुक का राज्य की सत्ता पर कब्जा है. भाजपा का इसी दक्षिण राज्य में कोई खास प्रभाव नहीं है. इस मौके पर तमिलनाडु से पत्रकार मदन रविचंद्रन और पूर्व आईआरएस सर्वनन कुमारन भी भाजपा में शामिल हुए.
खुशबू ने अपने त्यागपत्र में दावा किया, “पार्टी के अंदर शीर्ष स्तर पर कुछ लोग हैं जिनका जमीनी स्तर पर कोई संपर्क या सार्वजनिक पहचान नहीं है, वो अपनी बात थोप रहे हैं और मेरे जैसे लोग जो पार्टी के लिये गंभीरता से काम करना चाहते हैं, उन्हें पीछे किया जा रहा है और दबाया जा रहा है. कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के एस अलागिरी ने चेन्नई में एक बयान दावा किया कि खुशबू सुंदर जिस पार्टी में शामिल हो रही हैं उसको उनके आने से कोई फायदा नहीं होगा और उनके इस्तीफे से कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं हुआ है.
कुछ दिन पहल हाथरस कांड पर कांग्रेस के प्रदर्शन और नये कृषि कानूनों के खिलाफ संवाददाता सम्मेलन में उनकी उपस्थिति तथा भाजपा में शामिल होने की अटकलों को उनके द्वारा खारिज किये जाने का जिक्र करते हुए अलागिरी ने कहा कि केवल वही भगवा पार्टी में शामिल होने के अपने निर्णय पर सफाई दे सकती हैं. खुशबू ने त्यागपत्र में कहा कि काफी सोच-विचार करने के बाद उन्होंने कांग्रेस से अपना नाता तोड़ने का निर्णय लिया.
संवाददाताओं से बातचीत में सुंदर ने कहा, ‘‘यदि राष्ट्र को आगे बढ़ना है तो हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेता की जरूरत है जो देश को सही दिशा में और उसके वैभव की ओर ले जाए. खुशबू 2014 में कांग्रेस में शामिल होने से पहले द्रमुक में थीं. भाजपा के संबित पात्रा ने पार्टी में उनका स्वागत करते हुए कहा कि खुशबू ने 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है। द्रमुक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद वह कांग्रेस में भी रहीं। उनकी प्रसिद्धि का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राज्य में उनके नाम का एक मंदिर तक बनाया गया है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी प्रणव झा ने एक बयान में कहा, “खुशबू सुंदर को कांग्रेस प्रवक्ता के पद से ‘‘तत्काल प्रभाव’’ से हटाया जाता है. हाल के दिनों में खुशबू सुंदर कुछ मुद्दों पर कांग्रेस के आधिकारिक रुख से अलग राय जाहिर कर रही थीं। कुछ महीने पहले उन्होंने पार्टी के रुख से इतर नयी शिक्षा नीति का समर्थन किया था. सह-जीवन और विवाहपूर्व सेक्स संबंधी उनके बयानों से विवाद उत्पन्न हो चुका है और उनके विरूद्ध आपराधिक मामले दर्ज कराये गये थे। लेकिन उच्चतम न्यायालय ने सारे मामले रद्द कर दिये और कहा कि यदि दो बालिग साथ रहना चाहते हैं तो उसमें अपराध क्या है.
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