कर्नाटक (Karnataka) में सत्तारूढ़ जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के 16 विधायकों के इस्तीफे के बाद सरकार पर खतरे के बादल मंडराने के बावजूद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) इस्तीफा देने को तैयार नहीं है. कुमारस्वामी ने उनके इस्तीफे की तमाम अटकलों को खारिज करते हुए पत्रकारों से कहा, ‘मैं इस्तीफा क्यों दूं? मुझे इस्तीफा देने की क्या जरूरत है?’ उन्होंने 2009-10 के उस वाकये की याद दिलायी, जब कुछ मंत्रियों सहित 18 विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yeddyurappa) का 'विरोध" किया था, लेकिन उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया था.
कांग्रेस के दो और विधायकों के बुधवार को इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भी बातचीत की. अभी तक 16 विधायक इस्तीफे सौंप चुके हैं. उधर, सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के दस बागी विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष से शाम छह बजे मुलाकात करने और इस्तीफा देने के अपने निर्णय से अवगत कराने की अनुमति प्रदान कर दी. यह भी पढ़ें- कर्नाटक में जारी सियासी नाटक के बीच इन 4 परिदृश्यों की है संभावना
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की पीठ ने कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष से कहा कि वह इन विधायकों के इस्तीफे के बारे में आज ही निर्णय लें. पीठ ने कहा कि अध्यक्ष द्वारा लिये गए फैसले से शुक्रवार को अवगत कराया जाए जब न्यायालय इस मामले में आगे विचार करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि इन बागी विधायकों के मुंबई से बेंगलुरु पहुंचने पर इन्हें एयरपोर्ट से विधानसभा तक सुरक्षा प्रदान की जाए.
भाषा इनपुट