कर्नाटक में राजनीतिक घमासान: बागी विधायकों पर भड़के डीके शिवकुमार, कहा- वे BJP की पीठ में भी घोपेंगे चाकू

विधानसभा में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि बागी विधायकों ने मेरी पीठ में चाकू घोंपा है, लेकिन चिंता मत करो वो बीजेपी वालों के साथ भी ऐसा करेंगे. मैं आपसे कह रहा हूं कि वो लोग मंत्री नहीं बन पाएंगे.

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार (Photo Credit-ANI)

कर्नाटक (Karnataka) में सियासी हाईवोल्टेज ड्रामा जारी है. इस राजनीतिक घमासान का अंत होता नहीं दिख रहा है. कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) सरकार पर बहुमत साबित करने का संकट है, जो लगातार टलता जा रहा है. अब स्पीकर के दावे के अनुसार मंगलवार शाम 6 बजे विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हो सकती है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक बार फिर इस मामले पर सुनवाई टल गई है. मंगलवार को सदन में हंगामे के बीच प्रस्ताव पर चर्चा जारी है.

विधानसभा में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने कहा कि बागी विधायकों ने मेरी पीठ में चाकू घोंपा है, लेकिन चिंता मत करो वो बीजेपी वालों के साथ भी ऐसा करेंगे. मैं आपसे कह रहा हूं कि वो लोग मंत्री नहीं बन पाएंगे.

यह भी पढ़ें- आज खत्म होगा कर्नाटक का सियासी ड्रामा? शाम 6 बजे हो सकता है फ्लोर टेस्ट

मंत्री नहीं बन पाएंगे बागी विधायक- 

डीके शिवकुमार ने कहा कि जब मैं बागी विधायकों से मिलने मुंबई गया तो उन्होंने मुझे कहा कि हम यहां से जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं को गुमराह किया जा रहा है. मैं उनसे (बागी विधायकों) बात करने के लिए मुंबई गया. मैंने वहां के एक विधायक से बात की और उन्होंने मुझे आने और उसे दूर ले जाने को कहा.

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा 'हां मेरी ही वजह से एमटीबी नागराज को टिकट मिला है. हमने उनसे बात की और उन्होंने बयान भी दिया. क्या हम उन्हें बंद नहीं कर सकते थे? लेकिन नहीं क्योंकि हमें उन पर भरोसा है. उन्हें (बागी विधायक) यहां लाओ, इस सरकार के खिलाफ वोट करने दो.'

मेरी ही वजह से एमटीबी नागराज को मिला टिकट- 

सोमवार को देर रात तक विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस और बीजेपी विधायकों के बीच टकराव की स्थिति बनी रही. बीजेपी के विधायक सोमवार को ही फ्लोर टेस्ट (Floor Test) कराने पर अड़े हुए थे. लेकिन स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित करने का फैसला सुनाया था. लेकिन बीजेपी के विधायक रात 12 बजे तक विधानसभा में ही डटे रहे. बाद में स्पीकर रमेश कुमार ने सदन को स्थगित कर दिया और मंगलवार को शाम 6 बजे तक वोटिंग कराने का आश्वासन दिया.

विश्वास मत पर करीब 14 घंटे बहस के बावजूद सोमवार को फ्लोर टेस्ट नहीं हो सका था. स्पीकर रमेश कुमार ने अयोग्यता के मुद्दे पर बागी विधायकों को मंगलवार सुबह मिलने के लिए नोटिस जारी किया था. इसके जवाब में विधायकों ने स्पीकर को पत्र लिखकर 4 हफ्ते का समय मांगा.

Share Now

\