नई दिल्ली. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी और कांग्रेस के वर्चस्व की लड़ाई है. एक तरफ जहां पीएम मोदी ने बीजेपी का कमान संभाली तो दूसरी तरफ राहुल गांधी भी कांग्रेस का दमखम भरते नजर आए. लेकिन चुनाव में जनता ने किस पार्टी पर अपना भरोसा जताया है इसका फैसला 15 तारीख को सामने आ जाएगा. वहीं आज वोटिंग के बाद शाम से एग्जिट पोल्स का एलान शुरू हो गया. बता दें कि राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा की 222 सीटों के लिए आज सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोट डाले गए.
कर्नाटक की 225 विधानसभा सीटों में से 222 सीटों पर चुनाव हुआ हैं. अगर साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो उस समय कांग्रेस 122 सीटें मिली थी और सूबे में कांग्रेस की सरकार बनी थी. जब भारतीय जनता पार्टी के खाते में 40, और जदयू(एस) को सिर्फ 40 सीटें ही मिल पाई थी. वहीं अगर वोटिंग परसेंटेज पर नजर डालें तो कांग्रेस को 36.6 प्रतिशत वोट और जनता दल सेक्युलर और बीजेपी को 20-20 प्रतिशत वोट मिले थे. अन्य दलों ने 23.3 फीसदी वोट मिले थे. मोदी लहर के बाद केवल कर्नाटक ही ऐसा राज्य है जहां कांग्रेस सत्ता है.
ABP एक्जिट पोल
कांग्रेस- 88
बीजेपी- 106
जेडीएस- 25
अन्य- 4
राज्य में 4.98 करोड़ से अधिक मतदाता हैं जो 2600 से अधिक उम्मीदवारों के बीच से अपने प्रतिनिधियों का चुनाव किया. जिसका परिणाम 15 मई को सामने आ जाएगा. इस बार चुनावी मैदान में कुल 2,654 उम्मीदवार आमने-सामने हैं, जिनमें 219 महिलाएं हैं. कांग्रेस के कुल 222, बीजेपी और जेडी-एस के 201-201, अन्य पार्टियों के 800 और 1,155 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में उतरें थे. तो वहीं बेंगलुरू से लगभग 450 उम्मीदवार चुनावी मैदान में किस्मत आजमाया.
जहां मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मैसुरू के चामुंडेश्वरी और विजयपुरा जिले के बादामी से चुनाव लड़ा. तो दूसरी तरफ बल्लारी से बीजेपी लोकसभा सदस्य बी.आर.श्रीरामुलु भी दो सीटों (बादामी और मोलाकामुरु) से चुनाव लड़ा. इसके अलावा जेडी-एस कर्नाटक के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी भी रामनगर और चन्नापटना सीट से तो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने का अनुभव प्राप्त पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार येदियुरप्पा शिवमोगा के शिकारीपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं.