कश्मीर में पूर्व आईएएस टॉपर और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के चीफ (JKPM) शाह फैसल पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) हटा लिया गया हैं. अब जल्द वे रिहा होंगे. जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद से शाह फैसल नजरंबद थे. लेकिन फरवरी में उनके उपर पीएसए लगाया गया था. इससे पहले मई महीने में शाह फैसल की नजरबंदी की अवधि तीन महीने तक के लिए बढ़ा दी गई थी. वहीं पिछले वर्ष 13-14 अगस्त की मध्यरात्रि को इस्तांबुल की उड़ान में सवार होने से पहले दिल्ली हवाईअड्डे पर रोककर वापस श्रीनगर ले जाया गया था, जहां उन्हें नजरबंद किया गया. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर सरकार ने 2 पीडीपी नेताओं सरताज मदनी और पीयर मंसूर के खिलाफ सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम रद्द कर दिया है.
बता दें कि पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और एक और मुख्यमंत्री एवं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को हिरासत में ले लिया गया था. लेकिन अब सरकार ने नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला पर से पीएसए हटा लिया गया था. वहीं कई नेताओं पर पर भी पब्लिक सेफ्टी एक्ट हटाया गया है. फिलहाल अभी भी मेहबूबा मुफ्ती नजरबंद हैं.
ANI का ट्वीट:-
J&K Government has revoked the Public Safety Act (PSA) against former civil servant & chief of J&K People's Movement (JKPM) Shah Faesal, and 2 PDP leaders Sartaj Madni & Peer Mansoor: Sources
— ANI (@ANI) June 3, 2020
गौरतलब हो कि भारतीय प्रशासनिक सेवा ( IAS) अफसर शाह फैसल (Shah Faesal) ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था. सिविल सेवा परीक्षा में शाह फैसल ने (2010) में टॉप किया था. शाह फैसल जम्मू-कश्मीर से हैं. कश्मीर में कथित हत्याओं और इन मामलों में केंद्र की ओर से गंभीर प्रयास नहीं करने का आरोप लगाते हुए शाह फैसल इस्तीफा दिया था. शुरुवात में कयास लगा कि शाह फैसल कोई पार्टी ज्वाइन करेंगे.