जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर एग्जिट पोल और सर्वे के नतीजे सामने आने लगे हैं, लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने इन्हें टाइम पास बताया है. उन्होंने कहा कि जो एग्जिट पोल और सर्वे दिखाए जा रहे हैं, वे सिर्फ 'टाइम पास' हैं. असली तस्वीर 8 अक्टूबर को साफ होगी, जब चुनाव के नतीजे सामने आएंगे.
उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर किए अपने एक पोस्ट में लिखा, "मैं हैरान हूं कि चैनल एग्जिट पोल के बारे में इतना क्यों सोच रहे हैं, खास तौर पर हाल ही में हुए आम चुनावों की विफलता के बाद. मैं चैनलों, सोशल मीडिया, व्हाट्सएप आदि पर हो रहे शोर को अनदेखा कर रहा हूं, क्योंकि सिर्फ 8 अक्टूबर को ही नंबर सामने आएंगे. बाकी सब तो बस टाइम पास है.
उन्होंने पिछली बार के लोकसभा चुनावों का उदाहरण देते हुए कहा कि एग्जिट पोल उस समय पूरी तरह विफल साबित हुए थे, इसलिए इन पर पूरी तरह विश्वास नहीं किया जा सकता. ये सिर्फ अनुमान होते हैं, जो अक्सर वास्तविकता से मेल नहीं खाते.
एग्जिट पोल टाइम पास: उमर अब्दुल्ला
I’m amazed channels are bothering with exit polls especially after the fiasco of the recent general elections. I’m ignoring all the noise on channels, social media, WhatsApp Etc because the only numbers that matter will be revealed on the 8th of Oct. The rest is just time pass.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 5, 2024
नेशनल कॉन्फ्रेंस को मिल रही बढ़त?
विभिन्न सर्वेक्षणों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में नेशनल कॉन्फ्रेंस को बहुमत मिलता हुआ दिख रहा है. सी-वोटर और इंडिया टुडे के सर्वे में एनसी+ गठबंधन को 40 से 48 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि बीजेपी को 27 से 32 सीटें मिल सकती हैं. वहीं, पीडीपी को 6 से 12 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है.
दैनिक भास्कर और Matrize जैसे अन्य सर्वे भी इसी तरह के नतीजे दिखा रहे हैं, जिसमें एनसी+ गठबंधन को मजबूत स्थिति में दिखाया गया है.
लोकसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल
उमर अब्दुल्ला ने अपने बयान में लोकसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल्स का जिक्र करते हुए बताया कि उस समय भी कई एग्जिट पोल्स ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को भारी जीत का अनुमान लगाया था, लेकिन वास्तविक नतीजे अलग थे. इसी वजह से उन्होंने कहा कि 8 अक्टूबर को आने वाले चुनाव नतीजों के बाद ही असली तस्वीर सामने आएगी.
उमर अब्दुल्ला का यह बयान साफ तौर पर एग्जिट पोल्स पर उनकी अविश्वास को दिखाता है. उनके अनुसार, चुनावी नतीजे केवल अनुमान नहीं होते, बल्कि जनता का वास्तविक निर्णय होते हैं, और वो 8 अक्टूबर को ही साफ हो पाएंगे.