पूरे देश में इस समय लोकसभा चुनावों को लेकर सरगर्मी तेज है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों इस समय वोटरों को लुभाने की रणनीति बना रहे हैं. इस बीच आज का दिन देश की सियासत के लिए बेहद अहम माना जा रहा हैं. आज देश की दो सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. हरियाणा की जींद विधानसभा सीट पर उपचुनाव तो वहीं, राजस्थान में अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में वोटिंग हो रही हैं.
जींद में अगस्त 2018 में इनेलो विधायक हरि चंद मिड्ढा के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है. सात दिसम्बर को राजस्थान विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पूर्व रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन के कारण इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था.
Haryana: Voting is underway for by-poll to the Jind assembly constituency. Visuals from polling station number 80. #JindByelection pic.twitter.com/q4ilaYBz9A
— ANI (@ANI) January 28, 2019
2019 आम चुनाव में असर:
सोमवार को होने वाले चुनाव के नतीजे अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव को जोड़कर भी देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि वे न केवल अपने विधायक का चुनाव करेंगे बल्कि आगामी लोकसभा व राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में संकेत भी देंगे. जींद में चारों प्रमुख दल (कांग्रेस, इनेलो, बीजेपी और नवगठित जननायक जनता पार्टी) मैदान में हैं. मतदाता इस चुनाव में चार मुख्य उम्मीदवारों रणदीप सिंह सुरजेवाला (कांग्रेस), कृष्ण मिड्ढा (बीजेपी), उम्मेद सिंह (इनेलो) और दिग्विजय चौटाला (जेजेपी) के भाग्य का फैसला करेंगे.
यह भी पढ़े- लोकसभा चुनाव 2019: नितिन गडकरी के ऐसे बयान, जिनका मतलब कहीं वो तो नहीं ?
जींद में होने वाले उपचुनावों से हरियाणा के मतदारों का मूड भी पता लगेगा. नतीजे बताएंगे कि लोग सत्ताधारी बीजेपी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के काम से खुश हैं या नहीं. इसके आलावा इस बात का अनुमान भी लगाया जाएगा कि सूबे की अवाम दिग्विजय चौटाला का आने वाले चुनावों में समर्थन करेगी या नहीं.
वहीं, रामगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने हैं. यह चुनाव सूबे में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पहला चुनाव हैं. इस चुनाव के नतीजों से गहलोत सरकार के कामकाज को आंका जाएगा.