बिहार उपचुनाव: JDU इन चार नेताओं में से किसी एक को भेजेगी राज्यसभा, CM नीतीश कुमार लेंगे अंतिम फैसला

बिहार में अगले महीने उपचुनाव होना है. सूबे में होने वाले उपचुनाव को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. दरअसल, बिहार की एक राज्यसभा सीट के लिए 16 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. इसके अलावा 21 अक्टूबर को बिहार की पांच विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव होना है.

सीएम नीतीश कुमार (Photo Credits: PTI)

बिहार (Bihar) में अगले महीने उपचुनाव होना है. सूबे में होने वाले उपचुनाव को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के 'सेमीफाइनल' के तौर पर देखा जा रहा है. दरअसल, बिहार की एक राज्यसभा (Rajya Sabha) सीट के लिए 16 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. इसके अलावा 21 अक्टूबर को बिहार की पांच विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव होना है. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और जाने-माने वकील राम जेठमलानी (Ram Jethmalani) बिहार से राज्यसभा सदस्य थे और उनकी मौत के बाद खाली हुई सीट के लिए राज्यसभा उपचुनाव होना है. ज्ञात हो कि राम जेठमलानी जब राज्यसभा के लिए चुने गए थे तब बिहार में जेडीयू-आरजेडी गठबंधन था और जेठमलानी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित हुए थे.

मौजूदा परिस्थिति में आरजेडी की हैसियत इस राज्यसभा सीट को जीतने की नहीं रही. ऐसे में इस सीट को एनडीए के खाते में ही जाना तय माना जा रहा है. जेडीयू ने इस सीट पर पहला हक जता कर बीजेपी के स्थानीय नेताओं को नाराज भी कर दिया है. हालांकि संभावना जताई जा रही है कि राज्यसभा उपचुनाव में जेडीयू ही अपना उम्मीदवार उतारेगी क्योंकि वह बिहार विधानसभा में बीजेपी से बड़ी पार्टी है. अब ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जेडीयू किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी? यह भी पढ़ें- चुनाव आयोग ने यूपी-बिहार की 2 राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव की तारीख का किया ऐलान, 16 अक्टूबर को होगा मतदान.

राज्यसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार के तौर पर जेडीयू में सबसे अधिक चर्चा पार्टी के प्रधान महासचिव केसी त्यागी के नाम की है. बता दें कि केसी त्यागी पहले भी जेडीयू की तरफ से राज्यसभा सदस्य रहे हैं. हालांकि सियासी गलियारों में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार अल्पसंख्यक समुदाय से किसी सदस्य को राज्यसभा भेजने का फैसला लें. ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार के किशनगंज सीट से जेडीयू उम्मीदवार रहे महमूद अशरफ को पार्टी राज्यसभा भेज सकती है क्योंकि जेडीयू की इकलौती मुस्लिम सांसद कहकशां परवीन का कार्यकाल अगले साल अप्रैल में खत्म होने वाला है. यह भी पढ़ें- पटना में इस साल नहीं होगी रामलीला, नाराज गिरिराज सिंह ने अपनी ही सरकार को सुनाई खरी-खरी.

जेडीयू की ओर से राज्यसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवारी को लेकर दो और नामों की चर्चा है. इनमें पहला नाम जेडीयू की ओर से पूर्व में राज्यसभा सदस्य रहे पवन वर्मा का है. वहीं, दूसरा नाम बिहार सरकार के पूर्व मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह का है. उल्लेखनीय है कि राज्यसभा उपचुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने 27 सितंबर को औपचारिक रूप से अधिसूचना जारी कर दी है. उम्मीदवार चार अक्टूबर तक नामांकन पत्र भर सकेंगे, नामांकन पत्रों की जांच पांच अक्टूबर को होगी और नाम वापसी की अंतिम तिथि नौ अक्तूबर निर्धारित की गई है. मतदान 16 अक्टूबर को सुबह नौ से शाम चार बजे तक होगा.

Share Now

\