जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सस्पेंस जल्द ही खत्म हो सकता है. चुनाव आयोग के सूत्रों कि मानें तो रमजान के बाद और अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार घाटी में विधानसभा चुनाव को लेकर आने वाले कुछ दिनों में आधिकारिक ऐलान किया जा सकता है. इस संबंध में चुनाव आयोग द्वारा राज्य प्रशासन और गृह मंत्रालय को जानकारी दे दी गई है. रमजान 4 जून को खत्म हो रहा है और अमरनाथ की यात्रा पहली जुलाई से शुरू हो रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव 5 जून से 30 जून के बीच ही मुमकिन है. माना जा रहा कि 8 चरणों में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं.
चुनावों को देखते हुए राज्य में 70 हजार अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा राज्य पुलिस भी सुरक्षा के लिए तैनात रहेगी. बता दें कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर स्थिति साफ नहीं की गई थी. जिसके बाद राज्य के कई बड़े नेताओं ने विधानसभा चुनाव न कराने को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया था. पूर्व मुख्यमंत्री उमर उब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को विधानसभा चुनाव कराकर स्थानीय लोगों को लोकतांत्रिक अधिकार देना चाहिए. यह भी पढ़ें- पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बोले, पीएम मोदी ने पाकिस्तान, आतंकवादियों और अलगाववादियों के सामने ‘आत्मसमर्पण’ कर दिया है
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में इस समय राष्ट्रपति शासन लागू है. राज्य में बीजेपी और पीडीपी ने मिलकर सरकार बनाई थी लेकिन पिछले साल यह गठबंधन टूट गया था. इसके बाद राज्यपाल शासन के जब छह माह पूरे हो गए तो राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया. इस दौरान पीडीपी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिश भी की थी. हालांकि यह कोशिश नाकाम रही. जुलाई में राष्ट्रपति शासन के छह महिने पूरे हो जाएंगे. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि जम्मू में उससे पहले विधानसभा चुनाव करा दिए जाएंगे.