BJP की सलाह- राहुल गांधी बुद्धिमान दिखने की कोशिश न करके मिकी माउस की तरह इंटरव्यू देने पर ध्यान दें

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए उनसे कहा कि वह जिन मुद्दों को नहीं समझते उनके बारे में बात करके बुद्धिमान दिखने की कोशिश करने के बजाय ‘मिकी माउस प्रकार के साक्षात्कार’ पर ध्यान दें.

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए उनसे कहा कि वह जिन मुद्दों को नहीं समझते उनके बारे में बात करके बुद्धिमान दिखने की कोशिश करने के बजाय ‘मिकी माउस प्रकार के साक्षात्कार’ पर ध्यान दें. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) में दो लाख से अधिक नौकरियों को खत्म किये जाने के राहुल गांधी के दावे को लेकर भाजपा ने यह पलटवार किया.

राहुल ने आरोप लगाया था कि सरकार अपने कुछ ‘पूंजीपति मित्रों’ के फायदे के लिए लाखों युवाओं की उम्मीद को कुचल रही है. राहुल गांधी ने अपने एक लंबे ट्वीट में यह भी आरोप लगाया था, ‘‘पीएसयू कभी भारत की शान हुआ करते थे और रोज़गार के लिए हर युवा का सपना हुआ करते थे. मगर, आज ये सरकार की प्राथमिकता नहीं हैं.’’ Delhi: CM केजरीवाल का दावा, कहा- कानून-व्यवस्था उपराज्यपाल के बजाय ‘आप’ सरकार के अधीन होती तो दिल्ली सुरक्षित होती

इस पर पलटवार करते हुए भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि वास्तविकता यह है कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने सभी पीएसयू में सुधार किया है और ये कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के समय के मुकाबले बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.

गांधी के दावे के जवाब में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मालवीय ने अपने लंबे ट्वीट में कहा, ‘‘ आपने एचएएल, एसबीआई और एलआईसी के खिलाफ भी एक शातिर अभियान चलाया, लेकिन अंतत: बेवकूफ दिखे, जबकि इनमें से प्रत्येक पीएसयू ने बेहतरीन लाभ दर्ज किया है. आप एक बार फिर अपने कुटिल एजेंडे के अनुरूप डेटा को विकृत कर रहे हैं.’’

भाजपा नेता ने कहा कि वर्ष 2013 में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में कार्यरत कुल कर्मचारियों की संख्या 20.3 लाख थी, जबकि वर्ष 2022 में यह संख्या 19.8 लाख थी और यह स्थिति तब है जब बीएसएनएल, एमटीएनएल में युक्तिकरण और एयर इंडिया का विनिवेश कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि भर्ती अभियान के तहत केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) ने पिछले साल जून से अब तक 20 हजार नये पद सृजित किये हैं, जो इस साल की तालिका में दिखेगा.

मालवीय ने कहा, ‘‘वास्तव में कई सार्वजनिक उपक्रमों ने 2022 में कर्मचारियों की संख्या में वर्ष 2013 की तुलना में वृद्धि की जानकारी दी है, जब यूपीए की सरकार सत्ता में थी. उदाहरण के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में(79828 की वृद्धि), महानदी कोलफील्ड्स में (36,418 की वृद्धि), परमाणु ऊर्जा निगम में (22,235 नये कर्मी), नॉदर्न कोलफील्ड्स में (17674 की बढ़ोतरी), एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी में (16422 की वृद्धि) हुई है.’’

उन्होंने कहा कि केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) ने वित्त वर्ष 2013-14 के 1.29 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 2021-22 में 2.49 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जो 93 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.

मालवीय ने कहा, ‘‘आपको नौकरी वगैरह की बातें करके बुद्धिमान दिखने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, क्योंकि आप इन चीजों के बारे में कुछ नहीं समझते. आपको सुनियोजित साक्षात्कार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जिसे बाद में संपादित किया जा सकता है, ताकि गलतियों को दूर करके आप को बौद्धिक दिखाया जा सके.’’ उन्होंने कहा कि पीएसयू की स्थिति को लेकर कांग्रेस को ‘घड़ियाली आंसू’ बहाना बंद करना चाहिए.

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