पीएम मोदी का कांग्रेस पर बड़ा हमला, कहा-आपकी ऊंचाई आपको मुबारक, जमीन के लोग आपको तुच्छ दिखते हैं
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जोरदार हमले किए. मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि हम किसी की लकीर छोटी करने में वक्त बर्बाद नहीं करते हैं, बल्कि लंबी लकीर खींचने में अपना जीवन खफा देते हैं. इसके साथ ही मोदी (PM Modi) ने 1975 के आपातकाल की निंदा करते हुए कांग्रेस पर निशाना भी साधा.
नई दिल्ली. लोकसभा (Lok Sabha) में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जोरदार हमले किए. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने लोकसभा में कांग्रेस नेताओं के स्पीच का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ नेता कहते हैं कि वे कभी उनकी बराबरी नहीं कर पाएंगे. मोदी (PM Modi) ने तंज कसते हुए कहा कि हम किसी की लकीर छोटी करने में वक्त बर्बाद नहीं करते हैं, बल्कि लंबी लकीर खींचने में अपना जीवन खफा देते हैं. इसके साथ ही मोदी (PM Modi) ने 1975 के आपातकाल की निंदा करते हुए कांग्रेस पर निशाना भी साधा.
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि "आज 25 जून है, 25 जून की वो रात जब देश की आत्मा को कुचल दिया गया था. भारत में लोकतंत्र संविधान के पन्नों से पैदा नहीं हुआ है, भारत में लोकतंत्र सदियों से हमारी आत्मा है. यह भी पढ़े-कर्नाटक से बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने की पीएम मोदी की तारीफ, कहा- राजनीति में 'फेमिली बिजनेस' होने की धारणा को किया खत्म, नए भारत की बुनियाद रखी
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा, "आपकी ऊंचाई, आपको मुबारक हो, क्योंकि आप इतने ऊंचे चले गए कि आपको जमीन दिखाई देनी बंद हो गई है, आप इतने ऊंचे चले गए हैं कि आप जड़ों से उखड़ गए हैं, आप इतने ऊंचे चले गए हैं कि जो जमीन पर है वो आपको तुच्छ दिखता है, आपका और ऊंचा होना मेरे लिए अत्यंत संतोष का विषय रहा है."
पीएम मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर जवाब देते हुए कहा कि "राष्ट्रपति जी का अभिभाषण, देश के नागरिकों ने जिस आशा-आकांक्षाओं के साथ हमें इस सदन में भेजा है, उसकी एक तरह से प्रतिध्वनि है." इसके अलावा पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि "मैं इस चर्चा को सार्थक बनाने के लिए इसमें भाग लेने वाले सभी सांसदों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं."
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि "2019 का जनादेश पूरी तरह कसौटी पर कसने के बाद, हर तराजू पर तौलने के बाद, पल-पल को जनता ने जांचा और परखा है और उसके आधार पर समझा है और तब जाकर फिर से हमें चुना है." उन्होंने कहा कि "ये कोई जीत या हार का प्रश्न नहीं है. ये जीवन की उस आस्था का विषय है, जहां कमिटमेंट क्या होता, डेडिकेशन क्या है, जनता के लिए जीना-जूझना-खपना क्या होता है. और, जब पांच साल की अविरत तपस्या का संतोष मिलता है तो वो एक अध्यात्म की अनुभूति करता है."