नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर पैदा हुए तनाव पर बातचीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा शुक्रवार को सर्वदलीय नेताओं की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बुलाई गई थी. बैठक में सोनिया गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, टीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव, समेत करीब 20 पार्टी के नेता शामिल हुए. शामिल होने वाले नेताओं ने बारी-बारी से इस संवेदनशील मुद्दे पर अपने विचार सामने रखे. वहीं इस बैठक में शामिल सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने भी अपने मत को रखते हुए मोदी सरकार से कई सवाल पूछे.
सोनिया गांधी ने बातचीत में कहा कि जब 5 मई को लद्दाख समेत कई जगह चीनी घुसपैठ की जानकारी सामने आई, तो उसके तुरंत बाद ही सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए थी. राष्ट्र की अखंडता और रक्षा के लिए पूरा देश एक साथ खड़ा है. साथ ही सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करता है. वहीं उन्होंने सरकार पर सवाल दागते हुए कहा कि हम अब भी इस विवाद के कई अहम पहलुओं को लेकर अंधेरे में हैं. यह भी पढ़े: India-China Face-Off in Ladakh: सीमा पर जारी तनाव के बीच यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बोले-कांग्रेस नेता दे रहे हैं बचकाने बयान
All party meeting with PM over India-China border issues: Congress President Sonia Gandhi said, "all party meeting should have happened much earlier. Even at this late stage we are in the dark. Congress has specific questions..." (Source) pic.twitter.com/i8B6QtNaMP
— ANI (@ANI) June 19, 2020
वहीं सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने सरकार से कहा है कि सीमा पर स्थिति के बारे में उसे पारदर्शी होना चाहिए. विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार की आलोचना भी की है. मोदी ने जोर दिया है कि भारतीय सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि हमारे सैनिकों ने कर्तव्य के प्रति अनुकरणीय साहस और वीरता दिखाई और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं को निभाते हुए अपने जीवन का बलिदान किया. जो उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
बता दें कि भारत-चीन सीमा पर स्थिति पर बातचीत के लिए मोदी सरकार द्वारा सर्वदलीय नेताओं की यह बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में राजनीति के 20 पार्टी के नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल होकर अपनी बात को रखा. (इनपुट भाषा)