नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट (Prime Minister Scott Morrison) मॉरिसन के बीच आज वर्चुअल शिखर समिट हुआ है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम को भारत आने का आमंत्रण दिया है. साथ ही पीएम मोदी ने भारत-ऑस्ट्रेलिया (India-Australia Virtual Summit) के बीच व्यापार संबंध बढ़ाने पर जोर डाला है. उन्होंने कहा कि कुछ वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंध काफी मजबूत हुए हैं. साथ ही इसे सशक्त करने के लिए सबसे अच्छा समय यही है.
पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री से कहा कि अपनी दोस्ती को और मज़बूत बनाने के लिए हमारे पास असीम संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि भारत ऑस्ट्रेलिया के साथ अपने सम्बन्धों को व्यापक तौर पर और तेज़ गति से बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. यह न सिर्फ़ हमारे दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि 'इंडो पेसिफिक' क्षेत्र और विश्व के लिए भी आवश्यक है. यह भी पढ़ें-ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने बनाया समोसा, कहा- पीएम मोदी के साथ करना चाहूंगा साझा, प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर दिया यह जवाब
ANI का ट्वीट-
India is committed to strengthening its relations with Australia, it is not only important for our two nations but also for the Indo-Pacific region and the whole world: Prime Minister Narendra Modi during first ever 'India-Australia Virtual Summit' pic.twitter.com/RXVAaETKOZ
— ANI (@ANI) June 4, 2020
भारत-ऑस्ट्रेलिया वर्चुअल शिखर समिट, देखें वीडियो
#WATCH Live - PM Narendra Modi & Australia PM Scott Morrison hold first ever 'India-Australia Virtual Summit'. https://t.co/jNzhaz6xeo
— ANI (@ANI) June 4, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने इस संकट को एक अवसर की तरह देखने का निर्णय लिया है. भारत में लगभग सभी क्षेत्रों में व्यापक रिफ़ार्म की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. बहुत जल्द ही ग्राउंड लेवल पर इसके परिणाम देखने को मिलेंगे.
पीएम ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के इस काल में हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी की भूमिका और महत्वपूर्ण रहेगी. विश्व को इस महामारी के आर्थिक और सामाजिक दुष्प्रभावों से जल्दी निकलने के लिए एक समन्वित और सहयोगात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता है.उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में आपने ऑस्ट्रेलिया में जिस तरह भारतीय समुदाय का और विशेष तौर पर भारतीय छात्रों का जिस तरह ध्यान रखा है, उसके लिए मैं विशेष रूप से आपका आभारी हूं.