Bihar Exit Polls Result 2020: अगर बिहार में बनी महागठबंधन की सरकार तो तेजस्वी बनाएंगे इतिहास, तोड़ेंगे दिग्गजों का रिकॉर्ड
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ( फोटो क्रेडिट- ANI)

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Chunav 2020) में तीसरे चरण की वोटिंग संपन्न होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजे एनडीए (National Democratic Alliance) किसी झटके से कम नहीं है. एग्जिट पोल के नतीजे बता रहे हैं कि महागठबंधन की कमान संभालने वाले लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर जनता ने ज्यादा भरोसा जताया है. एग्जिट पोल के नतीजें बता रहे हैं कि बिहार इस बार महागठबंधन का पलड़ा भारी है. एग्जिट पोल के मुताबिक इस बार के चुनाव में एनडीए को 91 से 117 सीटें मिल सकती हैं. जबकि महागठबंधन को 118 से 138 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. वहीं एलजेपी को 5 से 6 और अन्य को 3 से 6 सीटें मिल सकती हैं. फिलहाल आज रिजल्ट सभी के सामने आ जाएगा.

वैसे तो एग्जिट पोल के जरिए तमाम टीवी चैनल मात्र अनुमान लगाते हैं. कई बार परिणाम एग्जिट पोल के विपरीत भी आया है. वहीं कई बार तुक्का सहीं बैठता है तो परिणाम भी मिलता जुलता आ जाता है. लेकिन अगर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है और उसके सीएम तेजस्वी यादव बनते हैं तो वो अपने आप में एक इतिहास रच देंगे. दरअसल बिहार में तेजस्वी यादव 31 साल की उम्र में सीएम बनने वाले राज्य के पहले मुख्यमंत्री होंगे. Bihar Assembly Election 2020 Exit Polls Result: शाम 5 बजे तक के ABP न्यूज एग्जिट पोल के अनुसार दोनों गठबंधन में कांटे की टक्कर, जानें किसे मिलेगी कितनी सीट.

वैसे तो इससे पहले सबसे कम उम्र का सीएम बनने का खिताब सतीश प्रसाद सिंह के पास है जो 32 साल की उम्र में बिहार के मुख्यमंत्री बने थे. हलाकिं तेजस्वी यादव के पास उपमुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड है. वहीं अब मुख्यमंत्री बनते हैं तो बिहार के लिए यह नया रिकॉर्ड होगा. वैसे देश में सबसे युवा मुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड पुड्डुचेरी के फारूक हसन के नाम पर दर्ज है. फारूक हसन साल 1967 में 29 साल की उम्र में पुड्डुचेरी के चीफ मिनिस्टर बन गए थे. Bihar Assembly Election 2020 Exit Polls Result: Republic Bharat एग्जिट पोल के नतीजे यहां देखें.

बिहार चुनाव में इस तेजस्वी यादव ने जॉब देने का जो मुद्दा उठाया उसपर शुरू से लेकर अंत तक कायम रहे. इसके साथ उन्होंने केंद्र पर कम लेकिन नीतीश की सरकार पर जमकर हमला किया. बेरोजगारी, नौकरी, विकास कहां है. जैसे कई मुद्दों पर उन्होंने राज्य सरकार को घेरा. इस बार तेजस्वी यादव ने अपने दम पर चुनाव लड़ा क्योंकि लालू यादव के जेल बंद होने के कारण पूरा दारोमदार उनके ही कंधो पर था. फिलहाल 10 तारीख को चुनाव के परिणाम सामने आएंगे उसके बाद ही स्पष्ट होगा कि कौन बनेगा बिहार का अगला मुख्यमंत्री.