भिवानी, 3 जनवरी : मेघालय के राज्यपाल (Meghalaya Governor) सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) रविवार को दादरी में किसानों से बातचीत कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र के तीनों कृषि कानूनों (Farm laws) का रद्द होना किसानों की ऐतिहासिक जीत है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह खुद भी इन कृषि कानूनों के खिलाफ थे.
मलिक ने कहा कि अन्नदाताओं ने अपने अधिकारों व हकों की लड़ाई जीती है और भविष्य में भी अगर किसानों के खिलाफ कोई सरकार कदम उठाती है तो वह पूरी ईमानदारी से इसका विरोध करेंगे और अगर कोई पद छोड़ने की बात आई तब भी वह पीछे नहीं हटेंगे.
पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा "मैं जब किसानों के मामले में प्रधानमंत्री (PM Modi) जी से मिलाने गया, तो मेरी पंच मिनट में लड़ाई हो गई उनसे. वो बहुत घमंड (Arrogant) में थे, जब मैंने उनसे कहा, हमारे 500 लोग मर गए... तो उन्होंने कहा, मेरे लिए मारे गए हैं? (मैंने) कहा आपके लिए ही तो मारे गए थे, जो आप राजा बने हुए हो... मेरा झगड़ा हो गया. उन्होन कहा अब आप अमित शाह से मिल लो. इसके बाद मैं अमित शाह से मिला..."
सत्यपाल मलिक ने कहा "मेरे लिए किसी भी पद से पहले किसानों का हित सर्वोपरि है. किसानों के अधिकारों पर आंच नहीं आने दी जाएगी और अगर इसका हनन होता है तो उनको सहन करने वाला भी दोषी कहलाता है."उन्होंने कहा कि जब सरकार किसानों से संबंधित कानून बनाती है तो पहले किसानों की राय जाने और अगर कोई बिल बनाना है तो किसानों के फायदे के लिए बनाया जाए.अगर बिल के विरोध में किसान सड़कों पर खड़े होंगे तो उसका कोई फायदा नहीं है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने तोशाम के डाडम पहाड़ में हुए हादसे पर दुख प्रकट करते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की.