नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के बयान को पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने सही बताते हुए कहा कि देश में तेजी से बदल रही परिस्थितियों से निराश भी हैं और नाराज भी. साथ ही पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने कहा कि शशि थरूर पढ़े-लिखे आदमी हैं, उन्होंने जो भी कहा होगा सोच-समझ कर कहा होगा. हामिद ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के विचार का विरोध करते हुए कहा है कि यह भारतीय लोकतंत्र पर हमला है. बता दें कि बुधवार को ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर करारा हमला बोला था. उन्होंने कहा कि अगर साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी जीती, तो हिंदुस्तान का संविधान खतरे में पड़ जाएगा. भारत हिंदू पाकिस्तान बन जाएगा.
पूर्व राष्ट्रपति ने आगे कहा कि भारत विविधिताओं का देश है और जब इतने बड़े देश में एक साथ चुनाव कराने की बात होती है तो वह असंभव विचार लगता है. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान देश को कई तरह की तैयारियां करनी होती है चाहें वह विधानसभा का चुनाव हो या लोकसभा का चुनाव आपको विशेष तैयारियां करनी होती है.
#WATCH: Former Vice President Hamid Ansari speaks on India-Iran relations. pic.twitter.com/QJ7chpPS96
— ANI (@ANI) July 12, 2018
अंसारी देश में तेजी से बढ़ रहे मॉब लिंचिंग मामले पर खुल कर बोले. उन्होंने कहा कि जनता का रिएक्शन सबकुछ कह देता. किसी को भी अधिकार नहीं है कि वह कानून को हाथ में ले. देश में एक कानून है जो काम करता है.
दूसरी तरफ सोशल मीडिया ट्रोल पर अंसारी ने कहा कि ये अब हद से अधिक हो गया है, ये एक तरह से एंटी सोशल है. हाल में उठे शरिया कोर्ट के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सोशल प्रैक्टिस को कानूनी सिस्टम से जोड़कर नहीं देखना चाहिए.
पूर्व राष्ट्रपति ने आगे कहा कि हमारा संविधान हर समाज को अपने नियमों को लागू करने की आज़ादी देता है. भारत में पर्सनल लॉ ही शादी, तलाक जैसी चीज़ों को देखता है. हर समाज को अपने पर्सनल लॉ के तहत इसे लागू करने का अधिकार है.
हामिद अंसारी ने तकनीकी मामले में खुद को 20वीं सदी का बताया है. उनसे जब यह पूछा गया कि वह ट्विटर पर अपना एकाउंट कब बनाएंगे तो वह बोले कि अभी उनका कोई इरादा नहीं है. मेरे पास मेरा कंप्यूटर और किताबें हैं जिनके साथ मैं खुद को खुश पाता हूं.