Jharkhand CM Hemant Soren's Attendance Portal: झारखंड के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के अटेंडेंस और निर्धारित ड्यूटी आवर के दौरान उनकी मौजूदगी पर सरकार की हमेशा निगाह होगी. इसके लिए स्पेशल अटेंडेंस पोर्टल बनाया गया है. इसके जरिए डॉक्टरों और कर्मियों का बायोमीट्रिक अटेंडेंस हर रोज क्रॉस चेक होगा. सीएम हेमंत सोरेन ने सोमवार को इसका उद्घाटन किया. इस मौके पर सीएम ने कहा कि इस व्यवस्था का उद्देश्य यह है कि प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र से लेकर जिला अस्पताल में जो मानव संसाधन उपलब्ध हैं, उसकी शत-प्रतिशत उपयोगिता सुनिश्चित हो.
अक्सर शिकायतें मिलती है कि स्वास्थ्य केंद्र और अस्पतालों में चिकित्सक ड्यूटी के दौरान भी उपलब्ध नहीं होते हैं. ऐसे में मरीज को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में अटेंडेंस पर निगरानी के लिए यह कदम उठाया गया है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य उपकेंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, अनुमंडलीय अस्पताल, जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों के रखरखाव, मरम्मत, चिकित्सा संसाधन, जांच सुविधाओं और दवाइयां की उपलब्धता की मॉनिटरिंग का भी सिस्टम डेवलप किया जाएगा. निजी अस्पतालों की तरह सरकारी अस्पतालों में हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम, सीसीटीवी और वाई-फाई की व्यवस्था कराई जाएगी. यह भी पढ़ें: Ayodhya Case: बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अखिलेश यादव पर किया हमला कहा- अपने पिता से भी चार कदम आगे निकल गए
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मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM
ने स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत चिकित्सकों, पारा कर्मी, संविदा पर कार्यरत कर्मी तथा अन्य की दैनिक उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए "उपस्थिति पोर्टल" का शुभारंभ किया। @BannaGupta76 pic.twitter.com/oQ1HCDlN3r
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) August 5, 2024
उन्होंने अफसरों से कहा कि राज्य के जिला अस्पतालों को 24 घंटे ऑपरेशनल बनाने के लिए समुचित कदम उठाए जाएं. इन अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ सभी तरह की सर्जरी की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि मरीजों को किसी दूसरे अस्पताल के लिए रेफर करने की नौबत नहीं आए. प्राथमिक स्वास्थ्य उप केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों का जिला अस्पतालों से 24 घंटे संपर्क स्थापित करने की व्यवस्था बनाएं. राज्य के अगर किसी एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में चिकित्सा और चिकित्सा कर्मियों की सेवा लेने की जरूरत हो तो उस दिशा में भी उचित कदम उठाए जाने चाहिए. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव एल. खियांग्ते सहित कई अफसर मौजूद रहे.