लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) से पहले गोवा (Goa) में मंगलवार देर रात 'सियासी ड्रामा' हुआ. दरअसल, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) के दो विधायकों ने मनोहर अजगांवकर और दीपक पवास्कर ने गोवा विधानसभा के स्पीकर माइकल लोबो को पत्र सौंपकर कहा है कि उन्होंने एमजीपी का भारतीय जनता पार्टी (BJP) में विलय का फैसला किया है. मनोहर अजगांवकर और दीपक पवास्कर ने रात 1:45 बजे विधानसभा अध्यक्ष माइकल लोबो को विलय पत्र सौंपा. गोवा में एमजीपी के कुल तीन विधायक हैं और हम दो तिहाई सदस्य हैं. 36 सदस्यों वाले सदन में बीजेपी के अब 14 विधायक हैं.
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि बुधवार दोपहर 12 बजे गर्वनर के सामने इन दोनों को शपथ दिलाई जाएगी. हालांकि, एमजीपी के दो विधायकों की तरफ से विधानसभा अध्यक्ष को सौंपे गए विलय पत्र में पार्टी के तीसरे विधायक सुदिन धवालिकर ने हस्ताक्षर नहीं किया है. धवालिकर बीजेपी के नेतृत्व वाली गोवा सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं. यह भी पढ़ें- प्रमोद सावंत: जानें कैसा रहा आयुर्वेद डॉक्टर से गोवा मुख्यमंत्री तक का सफर
Michael Lobo, Goa Dy Speaker&BJP MLA on merger of Maharashtrawadi Gomantak Legislative Party with BJP: MGP's legislative wing has split. 2/3rd of MGP legislators formed a separate group&they're merging it with BJP. All formalities as per Constitution of India have been completed. pic.twitter.com/DMszKPanbJ
— ANI (@ANI) March 26, 2019
इस बीच, बीजेपी में शामिल हुए विधायक पवास्कर का दावा है कि अब उन्हें गोवा सरकार में मंत्री का पद मिलेगा. वहीं, ऐसे कयास भी लगाए जा रहे हैं कि बुधवार को धवालिकर को कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. बहरहाल, आधी रात को हुए इस घटनाक्रम के बाद 36 सदस्यीय सदन में बीजेपी के विधायकों की संख्या 12 से बढ़कर 14 हो गई है. अब बीजेपी के विधायकों की संख्या कांग्रेस के बराबर हो गई है.