लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) जो रविवार 19 मई को संपन्न हुए उनके शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं. इसी कड़ी में बिहार के गया (Gaya) सीट के रुझान भी आ रहे हैं. इस सीट से जेडीयू के विजय मांझी (Vijay Manjhi) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) मैदान में हैं. ताजा रुझानों के मुताबिक, विजय मांझी आगे चल रहे हैं. बता दें कि लोकसभा चुनावों के लिहाज से बिहार (Bihar) एक अहम राज्य हैं जिसमें 40 लोकसभा सीट है. सूबे में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव हुए थे. रविवार शाम को आए ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में एनडीए गठबंधन के महागठबंधन से आगे रहने का अनुमान लगाया गया है.
पिछले लोकसभा चुनाव यानी 2014 में गया सीट पर बीजेपी के हरि मांझी ने जीत हासिल की थी. हालांकि इस बार हरि मांझी को चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल रहा क्योंकि एनडीए में सीट बंटवारे के तहत गया संसदीय सीट जेडीयू के खाते में गई है और जेडीयू ने यहां से पार्टी के पूर्व विधायक विजय मांझी को उम्मीदवार बनाया है. विजय मांझी का राजनीतिक इतिहास भी रहा है. दरअसल, विजय पूर्व सांसद रहीं भगवतिया देवी के बेटे हैं. भगवतिया देवी पहले पत्थर तोड़ने का काम करती थीं.
उधर, महागठबंधन में सीट बंटवारे के तहत गया संसदीय सीट हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के पास गई और यहां से जीतन राम मांझी चुनाव लड़ेंगे. पिछले चुनाव में जीतन राम मांझी जेडीयू के उम्मीदवार थे. पिछले चुनाव में मांझी की हार ने उनकी किस्मत बदल दी थी. चुनाव में पराजित हो जाने के बाद मुख्मंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी थी. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में गया सीट पर विजयी रहे हरि मांझी को करीब 3 लाख 26 हजार वोट मिले थे. जबकि तीसरे नंबर पर रहे जीतन राम मांझी को 1 लाख 31 हजार वोट प्राप्त हुए थे. गया लोकसभा क्षेत्र में करीब 17 लाख वोटर हैं. इस क्षेत्र में मांझी और पासवान जाति का प्रभाव है. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में जमुई सीट पर चिराग पासवान और भूदेव चौधरी के बीच कांटे की टक्कर
बता दें कि बिहार की कुल 40 सीटों पर सात चरणों में वोट डाले गए थे. 11 अप्रैल 2019 को पहले चरण के लिए वोट डाले गए तो वहीं 19 मई को आखिरी चरण का मतदान संपन्न हुआ. पहले चरण में कुल 91 सीटों के लिए वोट डाले गए. दूसरे चरण में 97, तीसरे चरण में 117, चौथे चरण में 71, पांचवे चरण में 51, छठे चरण में 59 और सातवें चरण में 59 लोकसभा सीटों के वोट डाले गए.