रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर शिविंदर सिंह को 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया, भाई मालविंदर सहित अन्य चार गिरफ्तार
मेडिकल क्षेत्र की दिग्गज कंपनी रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर शिविंदर सिंह व चार अन्य लोगों को शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया. रेलिगेयर धोखाधड़ी मामले में चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. उनके अलावा कवि अरोड़ा, सुनील गोधवानी और सुनील सक्सेना को भी पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
मेडिकल क्षेत्र की दिग्गज कंपनी रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटरों मालविंदर-शिविंदर को रेलिगेयर धोखाधड़ी मामले में चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. उनके अलावा कवि अरोड़ा, सुनील गोधवानी और सुनील सक्सेना को भी पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. जबकि शिविंदर के भाई मालविंदर को एक अलग मामले में इसी रात गिरफ्तार किया गया था.
गौरतलब है कि गिरफ्तार किए गए लोगों पर रेलिगेयर एंटरप्राइजेज को 2,397 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने का आरोप है. प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में कहा गया है कि जिन अभियुक्तों पर रेलिगेयर का पूर्ण नियंत्रण था, उन्होंने कंपनियों को ऋणों के निपटान के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर स्थिति में डाल दिया.
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प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि उन कंपनियों को उनके द्वारा नियंत्रित किया गया था, लेकिन उनके पास इसके लिए कोई वित्तीय पद नहीं था. एफआईआर में कहा गया है, "आरोपी व्यक्तियों ने व्यवस्थित रूप से अपने फायदे के लिए आम जनता के पैसे को अलग-अलग तरीके से हड़प लिया."
इस मामले में आरबीआई (Reserve Bank of India) और सेबी ने एक स्वतंत्र ऑडिट की है. यह मामला पहली बार जनवरी 2012 में आरबीआई ने उठाया था, लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा, "इन कंपनियों ने पुनर्भुगतान में चूक की और रेलिगेयर फाइनवेस्ट लिमिटेड को 2,397 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया." आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेकर शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा.