पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने शनिवार को केंद्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ते (डीए) की बढ़ोतरी में कटौती के फैसले का विरोध किया. सिंह ने कहा कि उन्होंने नहीं लगता कि इस समय में कटौती आवश्यक है.
कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी एक वीडियो संदेश में मनमोहन सिंह, पार्टी पूर्व प्रमुख राहुल गांधी (Rahul Gandhi), पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और कई अन्य शीर्ष नेताओं ने सरकार के फैसले पर निशाना साधा. सिंह ने कहा, "हमें उन लोगों की तरफ होना चाहिए, जिनका डीए कट रहा है. मुझे पूरा विश्वास है कि यह आवश्यक नहीं है. यह सरकारी कर्मचारियों व सशस्त्र बलों के कर्मियों के लिए कठिनाई बढ़ाने वाला कदम है."
केंद्र सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों को डीए की अतिरिक्त किस्त का भुगतान करने और 1 जनवरी, 2020 से पेंशनभोगियों को मिलने वाली पेंशन महंगाई राहत (डीआर) को रोकने का फैसला किया है और ऐसे में कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी अब दो दिन बाद समाने आई है. राहुल गांधी ने भी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार बाहरी खचरें में कटौती नहीं कर रही है.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "मैं देख रहा हूं कि समस्या यह है कि आप एक ही समय में अपने सेंट्रल विस्टा का निर्माण कर रहे हैं. इसलिए आप इस विवादास्पद खर्च को करने के लिए तैयार नहीं हैं. आप (सरकार) मध्यम वर्ग से पैसा ले रहे हैं, लेकिन गरीब लोगों को पैसा नहीं दे रहे और इसे सेंट्रल विस्टा पर खर्च कर रहे हैं." चिदंबरम ने अपने संदेश में कहा, "आप ने बुलेट ट्रेन और सेंट्रल विस्टा डेवलपमेंट के खर्च में कटौती नहीं की है. आपको (सरकार को) चाहिए था कि लोगों के महंगाई भत्ते को रोकने से पहले इन्हें रोकतें."