Farmers Protest: पंजाब किसान यूनियन ने कहा-हम दिल्ली या हरियाणा किसी को भी असुविधा नहीं पहुंचाना चाहते हैं, हमें रामलीला ग्राउंड पर विरोध प्रदर्शन की मिले इजाजत
कृषि कानूनों को लेकर किसान नरम नहीं दिख रहे हैं. भारत बंद के साथ ही किसानों ने केंद्र को संकेत दे दिया है कि वे इस लड़ाई को और भी लंबा लड़ेंगे अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती है. इसी कड़ी में आज शाम 7 बजे किसान नेता देश के गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने वाले हैं. कल होने वाली सरकार और किसानों की बैठक से पहले यह मुलाकात बहुत खास मानी जा रही है. इसी बीच दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि हम दिल्ली या हरियाणा किसी को भी असुविधा नहीं पहुंचाना चाहते हैं, हमें रामलीला ग्राउंड पर विरोध प्रदर्शन की इजाजत मिलनी चाहिए.
राजनीति
Team Latestly|
Dec 08, 2020 05:55 PM IST
पंजाब किसान यूनियन के नेता आरएस मनसा (Photo Credits-ANI Twitter)
नई दिल्ली, 8 दिसंबर. कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर किसान नरम नहीं दिख रहे हैं. भारत बंद (Bharat Bandh) के साथ ही किसानों ने केंद्र को संकेत दे दिया है कि वे इस लड़ाई को और भी लंबा लड़ेंगे अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती है. इसी कड़ी में आज शाम 7 बजे किसान नेता देश के गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात करने वाले हैं. कल होने वाली सरकार और किसानों की बैठक से पहले यह मुलाकात बहुत खास मानी जा रही है. इसी बीच दिल्ली-नोएडा बॉर्डर (Delhi-Noida Border) पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि हम दिल्ली या हरियाणा (Haryana) किसी को भी असुविधा नहीं पहुंचाना चाहते हैं, हमें रामलीला ग्राउंड पर विरोध प्रदर्शन की इजाजत मिलनी चाहिए.
बता दें कि कृषि बिल को लेकर मचे घमासान के बीच पंजाब किसान यूनियन के नेता आरएस मनसा ने सिंघु बॉर्डर पर कहा कि हम दिल्ली या हरियाणा से किसी को भी असुविधा नहीं पहुंचाना चाहते हैं. इसलिए हमें दिल्ली के रामलीला मैदान पर विरोध प्रदर्शन करने की इजाजत दी जानी चाहिए. यह भी पढ़ें-Bharat Bandh: कृषि बिल के खिलाफ किसानों का हल्ला बोल जारी, गृहमंत्री अमित शाह से आज शाम 7 बजे मिलेंगे किसान नेता
ANI का ट्वीट-
गौर हो कि कृषि बिल के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने जा रहा है. जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और अन्य नेताओं का समावेश है. कोरोना संकट के चलते प्रोटोकॉल के मद्देनजर सिर्फ पांच लोगों को ही मिलने की अनुमति दी गई है.
नई दिल्ली, 8 दिसंबर. कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर किसान नरम नहीं दिख रहे हैं. भारत बंद (Bharat Bandh) के साथ ही किसानों ने केंद्र को संकेत दे दिया है कि वे इस लड़ाई को और भी लंबा लड़ेंगे अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती है. इसी कड़ी में आज शाम 7 बजे किसान नेता देश के गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात करने वाले हैं. कल होने वाली सरकार और किसानों की बैठक से पहले यह मुलाकात बहुत खास मानी जा रही है. इसी बीच दिल्ली-नोएडा बॉर्डर (Delhi-Noida Border) पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि हम दिल्ली या हरियाणा (Haryana) किसी को भी असुविधा नहीं पहुंचाना चाहते हैं, हमें रामलीला ग्राउंड पर विरोध प्रदर्शन की इजाजत मिलनी चाहिए.
बता दें कि कृषि बिल को लेकर मचे घमासान के बीच पंजाब किसान यूनियन के नेता आरएस मनसा ने सिंघु बॉर्डर पर कहा कि हम दिल्ली या हरियाणा से किसी को भी असुविधा नहीं पहुंचाना चाहते हैं. इसलिए हमें दिल्ली के रामलीला मैदान पर विरोध प्रदर्शन करने की इजाजत दी जानी चाहिए. यह भी पढ़ें-Bharat Bandh: कृषि बिल के खिलाफ किसानों का हल्ला बोल जारी, गृहमंत्री अमित शाह से आज शाम 7 बजे मिलेंगे किसान नेता
ANI का ट्वीट-
गौर हो कि कृषि बिल के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने जा रहा है. जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और अन्य नेताओं का समावेश है. कोरोना संकट के चलते प्रोटोकॉल के मद्देनजर सिर्फ पांच लोगों को ही मिलने की अनुमति दी गई है.