नई दिल्ली, 29 दिसंबर. केंद्र द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. साथ ही केंद्र से इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं. किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी खूब हो रही है. केंद्र और किसानों के बीच बुधवार को एक बार कृषि कानूनों को लेकर बातचीत होने जा रही है. बातचीत से पहले मोदी सरकार के तेवर में नरमी जरूर आयी है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी (Kailash Choudhary) ने कहा कि कल जो वार्ता होगी हम एक समाधान तक पहुंचेंगे.
कैलाश चौधरी ने कहा कि हम पूर्ण आशावान हैं कि कल जो वार्ता होगी उसमें हम एक समाधान तक पहुंचेंगे. आज देश के अंदर जो करोड़ों किसान हैं वो इस कानून का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि ये कानून किसानों को आजादी देने वाला कानून है. चौधरी के इस बयान से साफ है कि मोदी सरकार ने भी अपने रुख में नरमी दिखाई है ताकि जल्द ही इस मसले का हल निकल सके. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: किसान आंदोलन 34वें दिन जारी, बुधवार को होगी सरकार के साथ वार्ता
ANI का ट्वीट-
हम पूर्ण आशावान हैं कि कल जो वार्ता होगी उसमें हम एक समाधान तक पहुंचेंगे। आज देश के अंदर जो करोड़ों किसान हैं वो इस कानून का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि ये कानून किसानों को आज़ादी देने वाला कानून है: केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी #farmersrprotest pic.twitter.com/iLSuPgs5lm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 29, 2020
मोदी सरकार ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे 40 किसान संगठनों को अगले दौर की बातचीत के लिए 30 दिसंबर यानि बुधवार को बुलाया हुआ है. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि उनकी सरकार लगातार किसानों और कृषि क्षेत्र को मजबूती देने का काम करती रहेगी.