नई दिल्ली:- कृषि कानूनों (New Farm Laws) के विरोध में 7 दिन से दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों का प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इसके साथ ही कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारी किसान ने बताया, हमारी मांग है कि कृषि कानूनों को रद्द किया जाए और MSP पर सरकार बात करें. सरकार जल्द से जल्द इस कानून को रद्द करें नहीं तो हम दिल्ली के सारे हाईवे को जाम कर देंगे. गौतम बुद्ध द्वार के पास किसान आंदोलन के कारण नोएडा-लिंक रोड पर स्थित चिल्ला बॉर्डर पर आवाजाही बंद कर दी गई है.
एक तरफ जहां पर सिंघू बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे हैं. वहीं, आगे की रणनीति बनाने के लिए पंजाब के 30 किसान संगठनों के नेता की बैठक चल रही है. किसानों की यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है. क्योंकि इसमें सरकार द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर भी वे विचार कर रहे हैं. सरकार ने किसान संगठनों को तीन दिसंबर यानी गुरुवार को फिर वार्ता के लिए बुलाया है. Farmers Protest: सरकार ने किसान संगठनों से तीनों कानूनों पर लिखित में मांगे आपत्ति और सुझाव.
ANI का ट्वीट:-
Farmers' protest against Central Government's Farm laws continues at Singhu border (Delhi-Haryana border) pic.twitter.com/NhB3J8GvuY
— ANI (@ANI) December 2, 2020
ANI का ट्वीट:-
Delhi: A meeting is underway at the residence of Union Home Minister Amit Shah; Union Ministers Narendra Singh Tomar and Piyush Goyal present
— ANI (@ANI) December 2, 2020
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल की उपस्थिति में एक बैठक जारी. इस बैठक में किसान आंदोलन को लेकर चर्चा की जा रही है. बता दें कि यह बैठक उस वक्त की जा रही है जब मंगलवार को 35 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की विज्ञान-भवन में हुई बैठक में किसानों की समस्याओं पर चर्चा हुई. लेकिन उसका कोई परिणाम नहीं निकला.