नई दिल्ली, 5 दिसंबर. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों (Farmers Protest) का प्रदर्शन जारी है. पिछले 10 दिनों से राजधानी दिल्ली में किसान जमे हुए हैं. इसके साथ ही किसानों और मोदी सरकार (Modi Government) के बीच आज एक बार फिर पांचवे दौर की बातचीत होने जा रही है. ऐसे में अगर आज बैठक में बात नहीं बनती है तो किसानों का आंदोलन और तेज हो सकता है. वहीं 8 दिसंबर को किसानों ने भारत बंद की घोषणा भी की है. दिल्ली में डंटे किसानों को उम्मीद है कि मसला हल होगा और सरकार हमारी बातें सुनेगी.
बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान अभी भी डटे हुए हैं. केंद्र सरकार के साथ आज होने वाली बैठक पर एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि मसला हल हो जाएगा, सरकार हमारी सुनेगी. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: सरकार की बढ़ सकती है मुश्किलें, किसानों ने कहा- कल बातचीत के दौरान नहीं बनी बात तो 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान
ANI का ट्वीट-
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बाॅर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान अभी भी डटे हुए हैं। केंद्र सरकार के साथ आज होने वाली बैठक पर एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि मसला हल हो जाएगा, सरकार हमारी सुनेगी।" #FarmersProtest pic.twitter.com/2kc6z7hxNv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 5, 2020
ज्ञात हो कि कृषि कानूनों से जुड़े तमाम मुद्दों को लेकर सरकार और किसानों के बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में दो बार बातचीत हुई है. लेकिन इसका कोई ठोस निर्णय नहीं निकल सका है. दरअसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर सबसे बड़ा विवाद है. यही कारण है कि किसान इस पर सरकार का भरोसा चाहते हैं.