नई दिल्ली, 29 जनवरी: समाजसेवी अन्ना हजारे (Anna Hazare) ने किसान आंदोलन में हिस्सा नहीं लेने का फैसला लिया है. अन्ना हजारे कार्यालय द्वारा इस बारे में सुचना दी गई है. सुचना के अनुसार अन्ना हजारे ने कल से किसानों से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध नहीं करने का फैसला लिया है. यही नहीं समाजसेवी हजारे ने किसानों के हित में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का भी समर्थन किया है.
बता दें कि इससे पहले उन्होंने 30 जनवरी यानी कल से आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान किया था. इससे पहले उन्होंने किसानों के समर्थन में आंदोलन करने का संकेत भी दिया था. उन्होंने एक पत्र जारी करते हुए कहा कि मैं किसानों की मांगों को ध्यान में रखकर आंदोलन करने जा रहा हूं. उन्होंने कहा कि 26 जनवरी के दिन दिल्ली में जो घटना हुई है उससे मै दुखी हूं. मैं हमेशा शांतिपूर्ण आंदोलन चाहता हूं.
अन्ना हजारे ने कल से किसानों से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध नहीं करने का फैसला किया है: अन्ना हजारे कार्यालय
आज महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने उनके मुलाकात की थी। pic.twitter.com/WTMygPv4j0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 29, 2021
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बताया जा रहा है कि अन्ना हजारे को मनाने के लिए आज महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने उनसे मुलाकात की जिसके बाद उन्होंने अपना निर्णय बदलने का फैसला लिया. फड़नवीस और कैलाश चौधरी से पहले बीते कल बीजेपी नेता गिरीश महाजन रालेगण सिद्धि उन्हें मनाने पहुंचे थे, लेकिन वो उन्हें मनाने में कामयाब नहीं रहे.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा देश में लागू किए गए तीनों कृषि कानूनों को लेकर कई राज्यों के किसान भारी संख्या में राजधानी दिल्ली के पास मोर्चा डाले हुए हैं. किसानों की मांग है कि सरकार इन कानूनों को वापिस ले. सरकार और किसानों के बीच इस मसले पर अबतक 10 राउंड की बातचीत हो चुकी है जो बेनतीजा रही है.