Farm Bills 2020: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा-बिहार किसानों के लिए बाजार खोलने वाला देश का पहला राज्य
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है, जिसने मार्केट (बाजार) को किसानों के लिए खोल दिया. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने कृषि को लेकर अपनी नीतियों का क्रियान्वयन किया है, जिससे बिहार में बहुत से भाइयों-बहनों को रोजगार मिल रहा है. बिहार के किसानों और पंचायत प्रतिनिधियों को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुए तोमर ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा कृषि में सबलता के लिए लगातार परिवर्तन किया जा रहा है.
पटना, 29 सितंबर. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है, जिसने मार्केट (बाजार) को किसानों के लिए खोल दिया. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने कृषि को लेकर अपनी नीतियों का क्रियान्वयन किया है, जिससे बिहार में बहुत से भाइयों-बहनों को रोजगार मिल रहा है. बिहार के किसानों और पंचायत प्रतिनिधियों को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुए तोमर ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा कृषि में सबलता के लिए लगातार परिवर्तन किया जा रहा है.
उन्होंने किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा, "कृषि भारत का मुख्य आधार है. कोरोना संकट ने देश के हर क्षेत्र पर प्रभाव डाला है, लेकिन किसानों ने इस दौरान रिकार्ड पैदावार किया है. रबी का रिकार्ड उत्पादन किया और खरीफ की बुआई की है." यह भी पढ़ें-Farm Bills 2020: राजपथ पर ट्रैक्टर जलाना खतरनाक साजिश, बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ की शिकायत
तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश की कमान संभालते ही किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया है. प्रधानमंत्री ने छोटे-छोटे किसानों को दस-दस हजार रुपये की आर्थिक मदद दी है.
उन्होंने कहा, "बिहार देश का पहला राज्य है, जिसने मार्केट को किसानों के लिए खोल दिया था. अब पूरे भारत में नये कानून से किसान अपनी उपज कहीं भी, किसी को भी और अपनी कीमत के अनुसार बेच सकेगा और उसे कोई भी टैक्स नहीं देना पड़ेगा."
उन्होंने कृषि विधेयकों के विरोध करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि एमएसपी खत्म हो जाएगा, जबकि प्रधानमंत्री ने कहा है एमएसपी खत्म नहीं होगा, बल्कि और बढ़ा दिया गया है. उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि एमएसपी निरंतर जारी रहेगी.उन्होंने कहा कि इन कानूनों से यह फायदा होगा कि किसान तकनीक की तरफ जाएंगे, उनकी आय बढ़ेगी और वैश्विक खेती की ओर बढ़ेंगे.