कश्मीर के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बयान से व्हाइट हाउस से लेकर दिल्ली तक बवाल मचा हुआ है. कश्मीर (Kashmir) पर मध्यस्थता वाले बयान पर राजनैतिक सरगर्मियां भी बढ़ गई हैं. मंगलवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाते हुए मोदी सरकार से जवाब की मांग की. कांग्रेस की तरफ से आनंद शर्मा ने इस मुद्दे को सदन में उठाया. इसके जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सदन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मध्यस्थता की कोई अपील नहीं की है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता वाले बयान पर दो टुक कहा कि इस तरह की कोई भी अपील पीएम मोदी द्वारा नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि भारत का रुख हमेशा से साफ रहा है कि कश्मीर से मुद्दे पर सिर्फ द्विपक्षीय बातचीत हो सकती है. इस मुद्दे पर कोई तीसरा देश की दखल नहीं दे सकता. विदेश मंत्री ने यह भी भी साफ किया कि पाकिस्तान के साथ वार्ता आतंकवाद के खात्मे के बाद ही मुमकिन है.
पीएम मोदी ने कभी नहीं की मध्यस्थता की अपील: विदेश मंत्री
External Affairs Minister S Jaishankar in Rajya Sabha on 'the statement of US President Donald Trump that Prime Minister Narendra Modi had asked him to mediate in Kashmir issue: I would like to categorically assure the House that no such request has been made by PM Modi. pic.twitter.com/9krqsjM7sX
— ANI (@ANI) July 23, 2019
क्या कहा था ट्रंप ने
दरअसल अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इमरान खान की मौजूदगी में कहा, ''मैं दो हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ था. हमारे बीच इस मसले पर बातचीत हुई. उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या आप इस मसले पर मध्यस्थता करना चाहेंगे. मैंने पूछा- कहां. उन्होंने कहा कि कश्मीर. मैं आश्चर्यचकित हो गया. यह मसला काफी लंबे समय से चला आ रहा है.''
ट्रंप ने आगे कहा, ''मुझे लगता है कि वे हल चाहते हैं, आप हल चाहते हैं और अगर मैं मदद कर सकता हूं तो मुझे मध्यस्थता करके खुशी होगी. दो बेहद शानदार देश, जिनके पास बहुत स्मार्ट लीडरशिप है वे इतने सालों से ये मसला हल नहीं कर पा रहे हैं. अगर आप चाहते हैं कि मैं मध्यस्थता करूं तो मैं यह करूंगा.''