नई दिल्ली: भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लोकसभा चुनाव 2024 में बाधा डालने के लिए आड़े हाथों लिया. आयोग ने उनके बयानों को "चुनाव संचालन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर हमला" बताया. दरअसल, मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया था कि मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी करने में अत्यधिक देरी की गई और उस डेटा में विसंगतियां पाई गई. उन्होंने कहा था कि चुनावों की स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रकृति पर ये गंभीर संदेह पैदा कर रही है.
आयोग ने कहा कि जारी चुनावों के बीच मतदान के आंकड़ों को लेकर लगाए जा रहे निराधार आरोप भ्रम पैदा करने, गुमराह करने और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने में बाधा डालने के लिए हैं. इस तरह के बयानों का मतदाताओं की भागीदारी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और राज्यों में चुनाव मशीनरी का मनोबल गिरा सकता है.
आयोग ने खड़गे के बयानों पर जताई आपत्ति
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि मतदान के आंकड़े जारी करने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार है. आयोग ने कहा कि खड़गे के बयान न केवल निराधार हैं, बल्कि चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाकर लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास भी हैं.
Election Commission of India, today castigated Congress president Mallikarjun Kharge for obstructing the ongoing #LokSabhaElections2024. ECI called his statements “aggression on vitals of live election operations”
Baseless allegations regarding release of voter turnout data in… pic.twitter.com/L94JzKvXu3
— ANI (@ANI) May 10, 2024
चुनाव आयोग ने की निष्पक्षता की अपील
आयोग ने सभी राजनीतिक दलों और नेताओं से अपील की है कि वे चुनाव प्रक्रिया की गरिमा बनाए रखें और निष्पक्षता के साथ चुनाव लड़ें. आयोग ने कहा कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी तरह की बाधा को बर्दाश्त नहीं करेगा.
खड़गे के बयानों से मचा है सियासी घमासान
खड़गे के बयानों के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस मामले में क्या नया मोड़ आता है और चुनाव आयोग इस पर क्या कार्रवाई करता है.