पीएम मोदी के वर्धा में दिए भाषण पर चुनाव आयोग सख्त, अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
पीएम मोदी (Photo Credit: Twitter @BJP4India)

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से ठीक पहले आचार संहिता उल्लंघन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस कड़ी में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का नाम भी जुड़ता हुआ दिख रहा है. पीएम मोदी के महाराष्ट्र के वर्धा (Wardha) में दिए चुनावी भाषण को लेकर महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) से रिपोर्ट तलब की है. प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी. कांग्रेस का आरोप है कि वर्धा में प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने पर टिप्पणी की थी.

पीएम मोदी ने कहा था कि राहुल गांधी इसलिए वायनाड गए क्योंकि वहां हिंदू अल्पसंख्यक हैं और क्षेत्र मुस्लिम बहुल है. कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री के बयान नफरत पैदा करने वाले और विभाजनकारी हैं. चुनाव आयोग ने वर्धा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिए गए भाषण को लेकर कांग्रेस की शिकायत के बाद महाराष्ट्र के निर्वाचन अधिकारियों से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.

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कांग्रेस ने हिंदुओं का अपमान किया: पीएम मोदी 

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को वर्धा की एक रैली में कहा कि हमारे 5,000 वर्ष पुराने संस्कृति में, यह पहली बार है कि कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शांतिपूर्वक रहने वाले हिंदुओं को आतंवादी कहने का पाप किया और पूरी दुनिया के सामने उनकी छवि धूमिल करने का काम किया. नरेंद्र मोदी ने कहा, उन्होंने यह वोट बैंक की राजनीति के लिए किया और वे इसकी रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएंगे, इसलिए कांग्रेस-एनसीपी आम हिंदुओं को अपमानित करने का काम कर रही है.

पीएम मोदी ने कहा कि हिंदू उनको इस पाप के लिए सबक सिखाएंगे, इसलिए उन्हें हिंदू बहुल संसदीय क्षेत्रों में खड़े होने का साहस नहीं है और चुनाव के लिए अन्य अल्पसंख्यक बहुल सीटों की ओर दौड़ रहे हैं. मोदी यह कहकर अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साध रहे थे, जिन्होंने अमेठी के साथ-साथ करेल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया था.