'बाबर की औलाद' पर फंसे सीएम योगी आदित्यनाथ, चुनाव आयोग ने 24 घंटे के भीतर मांगा जवाब
सीएम योगी आदित्यनाथ (Photo Credits-PTI)

नई दिल्ली: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को चुनाव आयोग ने नोटिस दिया है. सीएम योगी ने 19 अप्रैल को संभल में अपने संबोधन के दौरान 'बाबर की औलाद' शब्द का इस्तेमाल किया था. आयोग (Election Commission) ने इसी बयान पर उन्हें नोटिस दिया है. योगी को 24 घंटे के भीतर इसका जवाब देना है. दरअसल, चुनाव आयोग (Election Commission)ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर 72 घंटे का प्रतिबंध लगाया था. प्रतिबंध खत्म होने के बाद सीएम योगी 19 अप्रैल को संभल पहुंचे थे. यहां पर जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के उम्मीदवार को 'बाबर की औलाद' कहकर संबोधित किया था.

योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने संभल में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार शफीकुर्र रहमान बर्क ने मुझे एक बार बताया था कि वह मुगलवंश के उत्तराधिकारी हैं. सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने कहा था, 'जब मैं सांसद था तो मैंने एक बार सपा के उम्मीदवार जो खुद सांसद थे, उनसे उनके पूर्वजों के बारे में पूछा. उन्होंने कहा कि हम बाबर के उत्तराधिकारी हैं. मैं हैरान था.' यह भी पढ़े-लोकसभा चुनाव 2019: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- देश के लिए खतरा है कांग्रेस

बता दें कि सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने 19 अप्रैल को संभल में प्रचार करते हुए कहा, 'जब मैं सांसद था तो मैंने एक बार एसपी (Samajwadi Party) के उम्मीदवार जो खुद सांसद थे, उनसे उनके पूर्वजों के बारे में पूछा. उन्होंने कहा कि हम बाबर के उत्तराधिकारी हैं. मैं हैरान था. एक तरफ, एक ऐसी पार्टी का उम्मीदवार है जो बाबा भीमराव आंबेडकर और गौतम बुद्ध से जुड़े स्थानों का विकास करता है. दूसरी तरफ विपक्ष का ऐसा उम्मीदवार है जो खुद को बाबर की औलाद कहता है. जो व्यक्ति वंदे मातरम नहीं गाना चाहता, जो बाबा साहब को माला पहनाने में असुविधा महसूस करता है वह आपके वोट के काबिल नहीं है.