
महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान (Maharashtra Political Crisis) के बीच शिवसेना और शिंदे गुट के बीच शह और मात की लड़ाई जारी है. यह जंग अब शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे के नाम तक पहुंच गई है. शिवसेना ने बागियों को बाला साहेब का नाम न इस्तेमाल करने की हिदायत दी है. वहीं शिंदे कैंप गुवाहाटी में नई शिवसेना तैयार करने में जुटे हैं. Maharashtra Crisis: उद्धव ठाकरे नहीं देंगे इस्तीफा, संजय राउत बोले- शिवसैनिक सड़कों पर उतरे तो आग लग जाएगी.
रिपोर्ट्स के अनुसार शिवसेना विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में ठहरे एकनाथ शिंदे नई पार्टी बना सकते हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो पार्टी का नाम 'शिवसेना बाला साहेब ठाकरे' होगा. शिवसेना के बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा, ''हमारे समूह को शिवसेना बालासाहेब कहा जाएगा. हम किसी भी पार्टी में विलय नहीं करेंगे.''
वहीं बाला साहेब के नाम के इस्तेमाल को लेकर अब उद्धव ठाकरे भड़क उठे हैं. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जो लोग छोड़कर गए हैं, वे शिवसेना के नाम से वोट मत मांगे और अगर वोट मांगते हैं तो अपने खुद के बाप के नाम पर मांगे. शिवसेना के बाप बालासाहेब ठाकरे के नाम पर वोट मत मांगे.
People will come to know what actions will be taken against those who have left the party by the evening. The work that CM Uddhav Thackeray has done is commendable. We will all fight the elections under his leadership: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/qJtB2MocWr
— ANI (@ANI) June 25, 2022
राउत ने कहा, आज की बैठक में 6 प्रस्ताव पास हुए हैं...जिन लोगों ने, चाहे वे कितने भी बड़े नेता हों, जिसने शिवसेना के साथ गद्दारी या बेईमानी की है उनपर कठोर कार्रवाई करने के सर्वाधिकार हमने एक प्रस्ताव के माध्यम से उद्धव ठाकरे साहब को दिए हैं.
छठे प्रस्ताव में कहा गया है कि बालासाहेब ठाकरे का नाम अगर कोई अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करता है तो हमें ये मंजूर नहीं, उसपर क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी.
संजय राउत ने कहा, लोगों को पता चल जाएगा कि शाम तक पार्टी छोड़ने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी. सीएम उद्धव ठाकरे ने जो काम किया है वह काबिले तारीफ है. हम सब उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे.