नई दिल्ली, 24 सितम्बर: उत्तरी पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के सिलसिले में दायर चार्जशीट में दिल्ली पुलिस ने सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) और अधिवक्ता प्रशांत भूषण (Prashant Bhushan Su) का नाम शामिल किया है. इसके अलावा चार्जशीट में कई नेता, वकील और एक्टिविस्ट के नाम भी सामने आए हैं. उनके नाम कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां और एक आरोपी खालिद सैफी ने अपने प्रकटीकरण बयान में लिया. इस तरह के बयान भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 25 के तहत स्वीकार योग्य नहीं है.
अपने प्रकटीकरण बयान में, इशरत जहां ने कहा कि कई दिग्गजों जैसे पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, अधिवक्ता प्रशांत भूषण, एक्टिविस्ट हर्ष मंदर, योगेंद्र यादव ने प्रदर्शनों में भाग लिया. खालिद सैफी और अन्य गवाहों ने भी ऐसे ही बयान दिए. 16 सितंबर को, पुलिस ने यूएपीए, भारतीय दंड संहिता, आर्म्स एक्ट और लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल किया था. चार्जशीट की कॉपी उनके वकीलों को सोमवार को भेज दी गई है.
उत्तरपूर्वी दिल्ली में इस वर्ष फरवरी में हुई हिंसा के मामले में दर्ज एफआईआर के सिलसिले में 200 दिन से कम समय में यह चार्जशीट दाखिल की गई. नागरिकता कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प काफी हिंसक हो गई थी, जिसमें कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 लोग घायल हो गए थे. चार्जशीट में ताहिर हुसैन, सफूरा जारगर, गुलफिशा खातून, दवांगना कलिता, शफा-उर-रहमान, आसिफ इकबाल तन्हा, नताशा नरवाल, अब्दुल खालिद सैफी, इशरत जहां, मीरन हैदर, शबाद अहमद, तलसीम अहमद, सलीम मलिक, मोहम्मद सलीम खान और अतहर खान का नाम है.
ताहिर हुसैन का नाम चार्जशीट में मुख्य अभियुक्त के रूप में शामिल है. चार्जशीट में हालांकि उमर खालिद, शरजील इमाम, मो. परवेज अहमद, मोहम्मद इलयास, दानिश और फैजल खान के नाम नहीं हैं. इनके नाम को पूरक आरोपपत्र में जोड़ा गया है.