नई दिल्ली:- जामिया इलाके में गोलीबारी की घटना के खिलाफ ITO में कल पुलिस मुख्यालय (Old) के बाहर बैठे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. सभी गुरुवार रात से पुलिस मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे थे. दरअसल इनका विरोध जामिया में प्रदर्शनकारियों पर चली गोली के लिए था. इस आंदोलन के कारण ट्रैफिक सेवा प्रभावित हो रही थी. जिसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की. ज्ञात हो कि राजधानी दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास गुरुवार को संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर एक शख्स ने फायरिंग कर दी. जिसमें एक युवक घायल हो गया. इस घटना के बाद गोली चलाने वाले युवक के खिलाफ हत्या की कोशिश और आर्म एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई.
बता दें कि युवक ने फायरिंग के बाद पिस्तौल हवा में लहराते और यह चिल्लाते हुए निकला कि ये लो आजादी. वहीं इस घटना के बाद आंदोलनकारी छात्र और विश्वविद्यालय के पास जमा अन्य सैकड़ों लोगों ने बैरिकेड तोड़ दिये और पुलिसकर्मियों से भिड़ गए थे. महिलाओं सहित कुछ प्रदर्शनकारियों को जबर्दस्ती ले जाते हुए देखा गया. कई लोगों ने राष्ट्रीय गान गाया. यह भी पढ़ें:- CAA, NRC और NPR पर जारी घमासान के बीच पीएम मोदी बोले-केंद्र सरकार हर मुद्दे पर चर्चा करने और विपक्ष की राय सुनने को तैयार.
#WATCH Delhi: Protesters who were sitting outside Police Headquarters(old) at ITO against the firing incident in Jamia area yesterday, detained by Police pic.twitter.com/UJCffpJKzN
— ANI (@ANI) January 31, 2020
वहीं इस घटना के सभी सकतें में डाल दिया. घटना के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा था कि उन्होंने दिल्ली पुलिस आयुक्त से बात की है और उनसे कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. गृहमंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. लेकिन सवाल यह भी अब उठने लगा है कि जब युवक प्रदर्शकारियों के तरफ बंदूक लहराते हुए फायरिंग की तो पुलिस क्यों तमाशबीन बने सब देखती रही.