Delhi Pollution: प्रदुषण को लेकर सख्त दिल्ली सरकार, गोपाल राय बोले-पटाखे जलाने पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर एयर एक्ट के तहत एफआईआर होगी दर्ज
गोपाल राय (Photo Credits-File Photo)

नई दिल्ली, 09 नवंबर. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बढ़ते प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से आज पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और उसके बाद धूल के प्रदूषण को कम करने के लिए सड़क पर हो रहे पानी के छिड़काव का स्थलीय निरीक्षण भी किया. श्री राय ने कहा कि दिल्ली में सभी तरह के पटाखे जलाने पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एयर एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी. इस मामले में पुलिस सीधे एफआईआर दर्ज कर सकती है. डीएम और एसडीएम पटाखे जलाने की घटना पर नजर रखेंगे और पुलिस को सूचित करेंगे. उन्होंने कहा कि सड़क पर होने वाले धूल के प्रदूषण को कम करने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है, इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने 150 टैंकर लगाए हैं.

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण स्तर बढ़ रहा है. प्रदूषण को कम करने के लिए आज मैने पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक के दौरान मैने दिल्ली के अंदर सड़कों के किनारे खासकर धूल के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है. पूरी दिल्ली में पेड़ों पर, और जगह-जगह साइट पर पानी का छिड़काव किया जाएगा. पानी के टैंकर पानी का छिड़काव करना शुरू कर दिए हैं. वरिष्ठ अधिकारियों ने यह रिपोर्ट दी है कि पूरी दिल्ली के अंदर टैंकर से पानी का छिड़काव हो रहा है. इसकी वास्तविकता की जांच करने के लिए मौका मुआयना कर रहा हूं कि कहां-कहां पर वास्तव में टैंकर पानी का छिड़काव कर रहे हैं. हमें भरोसा है कि इस अभियान की मदद से कम से कम सड़क पर जो धूल है और उसके चलते होने वाले प्रदूषण में कमी आएगी और दिल्ली के लोगों को साफ व स्वच्छ हवा मिल सकेगी. यह भी पढ़ें-Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदुषण को लेकर एक्शन मोड़ में केजरीवाल सरकार, गोपाल राय ने राजघाट पहुंचकर लिया इंतजामों का जायजा

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि पीडब्ल्यूडी ने मुझे जो रिपोर्ट दिया है, उसके मुताबिक दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में पानी के छिड़काव के लिए 150 टैंकर लगाए गए हैं. मैने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को टैंकरों की संख्या को और बढ़ाने का भी निर्देश दिया है, ताकि दिल्ली के मुख्य सड़कों को कवर किया जा सके। आने वाले दिनों में प्रदूषण और बढ़ने की संभावना पर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिल्ली में अभी पराली के जलने से प्रदूषण आ रहा है, इसलिए अभी दीपावली तक प्रदूषण के बढ़ने की संभावना दिख रही है. दिल्ली सरकार सभी प्रकार के ऐहतियात और कदम उठाने के लिए आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि आज हमने दिल्ली के पुलिस अधिकारियों, जिलाधिकारियों और डिविजनल कमिश्नर के साथ राजस्व विभाग और पर्यावरण विभाग के साथ बैठक की थी और आज सरकार एक और गाइड लाइन जारी की जा रही है कि पुलिस अधिकारी को क्या-क्या करना है, जिलाधिकारियों को क्या क्या करना है और राजस्व विभाग के अधिकारियों को क्या करना है? आज बैठक में जिन विषयों पर चर्चा हुई है, उसके अनुसार प्रदूषण पैदा करने वालों के खिलाफ एयर एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज किया जाएगा. एयर एक्ट के तहत जो एफआईआर होगी, उसके तहत अभियोग चलाने की भी व्यवस्था है. एयर एक्ट के तहत दर्ज की गई एफआईआर पर मजिस्ट्रेट को आरोपी के ऊपर आर्थिक दंड़ लगाने साथ-साथ सजा देने का प्रावधान किया गया है। इस मामले में पुलिस सीधे एफआईआर करेगी। एसडीएम और डीएम को भी यह निर्देश दिया गया है कि उनकी निगरानी में कहीं भी घटना होती है, तो पुलिस को सूचित करें.

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के लोगों से मेरा निवेदन है कि बात सिर्फ जुर्माने की नहीं है, बल्कि यह दिल्ली के लोगों की जिंदगी की है. इसलिए हम अपने ऊपर जिम्मेदारी लें और दिल्ली के लोगों की जिंदगी बचाने में हम जितना मदद कर सकते हैं, उतनी करें. एनजीटी के आदेश के अनुसार, दिल्ली उस जोन में है, जहां पर प्रदूषण काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है. यहां कोरोना के केस भी काफी ज्यादा बढ़े हुए हैं। इसलिए सरकार ने पहले ग्रीन पटाखों की अनुमति दी थी, लेकिन कोरोना के केस लगातार बढ़ने की वजह से लोगों की जिदंगी के ऊपर जो खतरा मंढ़रा रहा है, उसको लेकर यह निर्णय लिया गया कि दिल्ली के अंदर ग्रीन पटाखों को जलाने पर भी प्रतिबंध लगाया जाए. एनजीटी के निर्देशानुसान सभी तरह के पटाखे जलाने पर प्रतिबंध रहेगा.

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हमने ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान चला रखा है. उससे ऑड ईवन अभियान के समानांतर काफी बड़े पैमाने पर प्रदूषण कम हो रहा है. क्योंकि ऑड ईवन के दौरान कारों पर प्रतिबंध होता है. ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान में हम मोटरसाइकिल, टैक्सियों को भी नियंत्रित कर रहे हैं. वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार पहले ही काम कर रही है. इसके अलावा प्रदूषण के और भी जो स्त्रोत हैं, उनको भी कम करने के लिए हम काम कर रहे हैं.