Arvind Kejriwal: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कथित शराब नीति मामले में केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा है कि पीएम मोदी ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग करके आम आदमी पार्टी (AAP) को खत्म करना चाहते हैं. इसलिए उनके कहने पर जांच एजेंसियों ने फर्जी तरीके के दिल्ली के सीएम को गिरफ्तार कर जेल में डालने की साजिश रची है.
सीएम केजरीवाल के एक्स हैंडल से जारी किए गए वीडियो में सुनीता केजरीवाल ने दावा किया है कि केजरीवाल को आंध्र प्रदेश के एक NDA सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलू रेड्डी (MSR) के बयान पर गिरफ्तार किया गया.
'एनडीए सांसद की वजह से हुई दिल्ली के सीएम की गिरफ्तारी'
CBI द्वारा CM अरविंद केजरीवाल जी की गिरफ़्तारी को लेकर सुनीता केजरीवाल जी का बड़ा खुलासा।
Posted By: Team Arvind Kejriwal pic.twitter.com/WYt92UwuWJ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 6, 2024
सुनीता केजरीवाल ने कहा कि 17 सितंबर 2022 को MSR के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रेड हुई थी. उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अरविंद केजरीवाल से मिले हैं तो उन्होंने कहा हां मैं 16 मार्च 2021 को दिल्ली में एक फैमिली चैरिटेबल ट्रस्ट खोलना चाहता था, इसी सिलसिले सीएम अरविंद केजरीवाल से दिल्ली सचिवालय में मिला था. केजरीवाल ने कहा कि लैंड उपराज्यपाल के पास है आप आवेदन दे दीजिए हम देखते हैं. ईडी को MSR का जवाब पसंद नहीं आया, इसलिए उन्होंने कुछ दिन बाद एमएसआर के बेटे राघव मगुंटा को गिरफ्तार कर लिया.
''इसके बाद कई बार MSR के बयान लिए गए, लेकिन वह अपना पहले वाला बयान ही दोहराते रहे क्योंकि वही सच था और उनके बेटे राघव रेड्डी की जमानत खारिज होती रही. इससे सदमे से राघव की पत्नी ने सुसाइड की कोशिश की और उनकी बूढ़ी मां बहुत बीमार हो गईं. इन सबको देखते हुए 17 जुलाई 2023 को MSR ने ईडी के सामने अपना बयान बदल दिया''
सुनीता केजरीवाल ने दावा किया कि अब MSR ने ईडी से कहा कि 16 मार्च 2021 को मैं केजरीवाल जी से मिलने गया था, वहां 10-12 लोग बैठे हुए थे. इस दौरान केजरीवाल ने मुझसे कहा कि आप दिल्ली में शराब का काम शुरू करो और इसके बदले में हमारी पार्टी को 100 करोड़ रुपए दो. इस बयान के अगले ही दिन MSR के बेटे राघव रेड्डी को बेल मिल गई. इससे एक बात तो साफ हो गई है कि दिल्ली के बेटे केजरीवाल को एक गहरे राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार बनाया गया है. वह एक सामान्य पढ़े-लिखे देशभक्त और कट्टर ईमानदार व्यक्ति हैं. अगर आज आप उनके साथ खड़े नहीं हुए तो इस देश में पढ़े-लिखे ईमानदार लोग कभी राजनीति में नहीं आएंगे.