नई दिल्ली, 11 नवंबर. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली निवासियों को 24 घंटे स्वच्छ पानी की आपूर्ति देने के संबंध में आज दिल्ली जल बोर्ड के साथ समीक्षा बैठक की. इस समीक्षा बैठक में दिल्ली को 24 घंटे पानी की आपूर्ति देने को लेकर जलबोर्ड की वर्तमान में चल रही और भविष्य में पूरी होने वाली विभिन्न परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई. साथ ही, पूरी दिल्ली में सीवर लाइन बिछाने और रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग को लेकर भी जल बोर्ड ने प्रजेंटेशन दिया. जल बोर्ड ने मुख्यमंत्री के सामने सीवर लाइन और रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग को लेकर अपना पूरा प्लान रखा. इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वे हर महीने पानी आपूर्ति, रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग और सीवर पाइप लाइन बिछाने के प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा करेंगे।.समीक्षा बैठक में दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन सतेंद्र जैन और उपाध्यक्ष राघव चड्ढा के साथ वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
इस अवसर पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें सभी प्रोजेक्ट को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा करने पर ध्यान देना होगा. जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं, उनके पूरा होने की समय सीमा निर्धारित की गई है. इसी समय सीमा के अंदर प्रोजेक्ट का काम पूरा करना होगा, जिससे हम लोगों को जल्द राहत पहुंचा सकेंगे और उसमें पैसे की फिजूलखर्ची भी रोक सकेंगे. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली को 24 घंटे पानी की आपूर्ति को लेकर चल रहे प्रोजेक्ट की हर महीने की 15 तारीख के आसपास समीक्षा करूंगा और समीक्षा बैठक में दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से उन्हें कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी देंगे. इस समीक्षा बैठक में वाटर हार्वेस्टिंग और सीवर लाइन के प्रोजेक्ट की प्रगति रिपोर्ट भी देनी होगी. यह भी पढ़ें-Diwali 2020: प्रदुषण के चलते गोपाल राय की अपील-दीपावली पर दिल्ली के सभी लोग मिलकर दीया जलाएं और पटाखे न जलाएं, विपक्ष के लोग युवाओं को पटाखा जलाने के लिए न उकसाएं
इस दौरान डीजेबी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि एसटीपी और एसपीएस के निर्माण के लिए सात स्थानों पर जमीन की समस्या आ रही है. इस पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जहां पर भी जमीन को लेकर समस्या आ रही है, उसके लिए मैं एलजी साहब से बात करूंगा। उन्होंने कहा कि रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग का नया मॉडल अपनाया जाएगा और आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्रों में पानी को फिल्टर करके बोरवेल में डाला जाएगा.
दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन सतेंद्र जैन ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि सीवर लाइन डालने के लिए बार-बार सड़क को खोदना पड़ता है. इससे लोगों को परेशानी होती है. इसलिए दिल्ली में जहां पर भी सड़क का निर्माण किया जा रहा है, वहां पर सड़क के अंदर पहले ही सीवर की पाइप लाइन डाल दिया जाए, ताकि बाद में खुदाई करने की नौबत नहीं आए. उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों से दिल्ली को आवश्यक पानी नहीं मिल पा रहा है और पानी प्राप्त करने में समस्या आ रही है। अभी प्राप्त पानी की शत प्रतिशत आपूर्ति की जा रही है.
बैठक में दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली को 2031 तक करीब 1500 एमजीडी पानी की जरूरत पड़ेगी। दिल्ली की काॅलोनियों में पानी की आपूर्ति पाइप लाइन से पहुंचाने का प्रयास तेजी से जारी है। अभी तक 1799 काॅलोनियों में से 1622 में पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है। अगले छह महीने में इन कालोनियों में पाइप लाइन से साफ पानी की आपूर्ति हो जाएगीं। इसके अलावा, 113 काॅलोनियों को छोड़ कर बाकी में मार्च 2022 तक पानी की पाइप लाइन पहुंच जाएगी.
दिल्ली की कालोनियों में पानी सप्लाई की स्थिति-
वाटर प्रोजेक्ट के तहत पीपीपी एरिया और संगम विहार कालोनी की कुल 580 अनाधिकृत व अधिकृत कालोनियां आती हैं। इसमें 517 कॉलोनियों को पानी के नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है। बाकी बचे सारी कॉलोनी में दिसंबर 2021 तक काम पूरा कर लिया जाएगा. वहीं, दिल्ली में कुल 1799 कच्ची कालोनियां हैं. इसमे से पूर्वी दिल्ली में 260 कालोनियां है, जिसमें से 256 कॉलोनियों को वाटर नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है. बाकी पड़े कॉलोनी को डीमार्केशन और एनओसी मिलने के 8 महीने के बाद पूरा कर लिया जाएगा. साउथ दिल्ली में 432 कॉलोनी है, जिसमें 352 कॉलोनी तक पानी का नेटवर्क पहुंचाया जा चुका है और बाकी पड़े सबको मार्च 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा. सेंट्रल दिल्ली और नार्थ दिल्ली में कुल 144 कॉलोनी है. जिसमें 138 कॉलोनी को पानी के नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है और बाकी बचे हुए सारे कॉलोनी में मार्च 2022 तक पानी पहुंचा दिया जाएगा। वेस्ट दिल्ली में 383 कॉलोनी है, जिसमें से 359 कॉलोनियों में पानी नेटवर्क पहुंच चुका है और बाकी बचे हुए कालोनी में 31 अक्टूबर 2021 तक पानी पहुंचा दिया जाएगा. पूरी दिल्ली में कुल 1799 कालोनियों में से 1622 में पानी पहुंच चुका है और पानी का नेटवर्क बिछाया जा चुका है. 1571 कॉलोनी में पानी पहुंचाया जा रहा है, बाकी 113 ऐसी कॉलोनी है जिनका डीमर्केशन होना है. दिल्ली सरकार इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि मार्च 2022 तक दिल्ली के सारे अनाधिकृत व अधिकृत कॉलोनियों में पानी पहुंचा दिया जाए.