नई दिल्ली, 21 नवंबर: अगले साल एमसीडी चुनावों की योजनाओं पर चर्चा के लिए दिल्ली (Delhi) भाजपा सोमवार को अपनी कार्यकारी समिति की बैठक करेगी.दिल्ली के तीन नगर निगमों (एमसीडी) पर 15 साल से राज कर रही बीजेपी को अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) से कड़ी चुनौती मिल रही है.भाजपा कार्यकर्ताओं पर प्रदर्शन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने का मामला दर्ज
पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि बैठक एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में होगी और आगामी निकाय चुनाव चर्चा के एजेंडे में सबसे ऊपर होंगे. कोविड महामारी फैलने के बाद यह पहली शारीरिक बैठक होगी. दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के बाद अगले साल अप्रैल में एमसीडी चुनाव होंगे. दिल्ली भाजपा का शीर्ष नेतृत्व निकाय चुनावों और पार्टी की भविष्य की योजनाओं की रणनीति पर चर्चा करेगा.
यह पता चला है कि चुनाव से पहले कई कार्यक्रमों पर चर्चा का जाएगी और उन्हें अंतिम रूप दिया जाएगा और केजरीवाल सरकार के कुशासन को उजागर किया जाएगा. बैठक में पेश किया जाने वाला राजनीतिक प्रस्ताव केजरीवाल सरकार को वायु और जल प्रदूषण, आबकारी नीति, खराब सार्वजनिक परिवहन, पेट्रोल और डीजल के वैट को कम नहीं करने और शहर से संबंधित अन्य मुद्दों पर घेरगा.'विस्तारक' जैसे चल रहे कार्यक्रमों की प्रगति, कार्यकारिणी बैठक में 'पन्ना प्रमुख' और 'बूथ कमेटी' की समीक्षा की जाएगी.
कोविड के दौरान पिछले डेढ़ साल में दिल्ली भाजपा की गतिविधियों को दिखाने के लिए एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी. भगवा पार्टी 2007 से नगर निगम पर शासन कर रही है और आप से कड़ी चुनौती का सामना कर रही है. 2017 में पिछले नगरपालिका चुनावों में, सत्ता विरोधी लहर को हराने के लिए भगवा पार्टी ने सभी मौजूदा पार्षदों को टिकट देने से इनकार कर दिया था.
हालांकि, भाजपा को अभी भी अगले नगरपालिका चुनावों के लिए उम्मीदवार के चयन के फामूर्ले को अंतिम रूप देना है, जिससे सत्ताधारी पार्टी को तीन निगमों में कुल 272 नगरपालिका सीटों में से 181 जीतने में मदद मिलेगी. आप ने 49 सीटें जीती हैं और कांग्रेस 2017 के नगरपालिका चुनावों में केवल 31 सीटें जीतकर तीसरे स्थान पर है.