Delhi Assembly Election Results 2020: दिल्ली में केजरीवाल सरकार की होगी वापसी या बीजेपी के सिर सजेगा जीत का ताज, आज आएंगे नतीजे
राजधानी दिल्ली में किसके सिर सजेगा जीत का ताज यह आज साफ हो जाएगा। वैसे सूबे में प्रमुख मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. इस चुनाव में शाहीन बाग का मुद्दा लगातार सुर्खियों में रहा है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी के नेता एक दूसरे पर शुरू से ही हमलावर रहे हैं. इसके साथ ही कई नेताओं ने शब्दों की मर्यादा भी जनसभा को संबोधित करते हुई लांघ दी है. वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो गई.
Delhi Assembly Election Results 2020: राजधानी दिल्ली में क्या केजरीवाल सरकार की वापसी होगी या फिर बीजेपी के सिर सजेगा जीत का ताज यह आज साफ हो जाएगा. वैसे सूबे में प्रमुख मुकाबला आम आदमी पार्टी (AAP), बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बीच है. इस चुनाव में शाहीन बाग (Shaheen Bagh) का मुद्दा लगातार सुर्खियों में रहा है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी के नेता एक दूसरे पर शुरू से ही इस मसले को लेकर हमलावर रहे हैं. इसके साथ ही कई नेताओं ने शब्दों की मर्यादा भी जनसभा को संबोधित करते हुई लांघ दी है. बताना चाहते है कि शाहीन बाग में पिछले 15 दिसंबर से नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. दिल्ली में वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू होगी. वोटों की गिनती के चलते काउंटिंग सेंटर्स पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम दिल्ली पुलिस ने किये हैं.
वही दूसरी तरफ ज्यादातर न्यूज चैनलों के एग्जिट पोल (Exit Poll) ने राजधानी में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की हैट्रिक लगाने के संकेत दिए हैं. हालांकि बीजेपी इसे सिरे से खारिज करते हुए अपने दम पर सरकार बनाने का दावा कर रही है. दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि पार्टी 48 सीटों पर जीत दर्ज कर सरकार बनाने जा रही है. वैसे दिल्ली में इस बार 62.59 प्रतिशत वोटिंग हुई है. वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में 67 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई थी. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए मतदान 8 फरवरी को हुआ है. यह भी पढ़े-दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजे 2020: क्या एग्जिट पोल को गलत साबित कर राजधानी फतह करेगी बीजेपी?
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं. इसके साथ ही किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की जरूरत होती है. पिछली बार के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों पर जीत का परचम लहराया था. वही बीजेपी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. कांग्रेस का इस चुनाव में खाता तक नहीं खुल सका था.