गुवाहाटी/अगरतला: पूर्वोत्तर (Northeast) क्षेत्र में कांग्रेस (Congress) और वाम नेताओं (Left Leaders) ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) में आम आदमी पार्टी (आप) (AAP) की जीत को सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ जीत बताया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों को दिल्ली केंद्रित स्थानीय चुनाव बताया और कहा कि इसका कोई राष्ट्रीय महत्व नहीं है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) पूर्वोत्तर के चार राज्यों -असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर व त्रिपुरा- में सरकार की अगुवाई कर रही है और नागालैंड व मेघालय में सत्तारूढ़ गठबंधन की सहयोगी है.
कांग्रेस नेता व ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने सांप्रदायिक ताकतों को हराया. देव ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार किया था. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोग भी धर्मनिरपेक्ष विचार के हैं. वे हमेशा सांप्रदायिक ताकतों को हराना चाहते हैं.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) केंद्रीय समिति के सदस्य बिजन धर ने कहा कि भाजपा की दिल्ली में हार से देश में सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई को तेज करना आसान होगा. यह भी पढ़ें: दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2020: दिल्ली के दंगल में AAP ने मारी बाजी, बीजेपी-कांग्रेस को जनता ने नकारा
धर ने आईएएनएस से फोन पर कहा कि बीजेपी के देश के ज्वलंत मुद्दों जैसे अर्थव्यवस्था, बढ़ती बेरोजगारी और सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने से लोगों का ध्यान भटकाने की रणनीति विफल हुई है. धर त्रिपुरा में वाम मोर्चा के संयोजक हैं. बीजेपी के प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्जी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटरों के दिमाग में स्थानीय मुद्दे छाए रहे.