दिल्ली में मिली करारी हार के बाद हाईकमान के आगे मनोज तिवारी ने की इस्तीफे की पेशकश, मिला ये जवाब
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में बीजेपी की करारी हार हुई है. इस हार से बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व सकते में है. गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी समेत नेताओं की फौज ने पूरे दमखम से ताकत झोंकने के बावजूद बीजेपी को महज 8 सीटों पर जीत मिली. इस चुनाव में मिली जीत के बाद आम आदमी पार्टी के हौसले बुलंद है. पार्टी अब राज्य से निकलकर देश पर अपनी नजर गड़ा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक इसी बीच यह खबर है कि दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी पार्टी आलाकमान के सामने हार को स्वीकार करते हुए अपना इस्तीफा दिया. लेकिन इस दौरान उनका इस्तीफा नहीं लिया गया है. मनोज तिवारी को पद पर बने रहने का आदेश दिया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में बीजेपी की करारी हार हुई है. इस हार से बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व सकते में है. गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी समेत नेताओं की फौज ने पूरे दमखम से ताकत झोंकने के बावजूद बीजेपी को महज 8 सीटों पर जीत मिली. इस चुनाव में मिली जीत के बाद आम आदमी पार्टी के हौसले बुलंद है. पार्टी अब राज्य से निकलकर देश पर अपनी नजर गड़ा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक इसी बीच यह खबर है कि दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी पार्टी आलाकमान के सामने हार को स्वीकार करते हुए अपना इस्तीफा दिया. लेकिन इस दौरान उनका इस्तीफा नहीं लिया गया है. मनोज तिवारी को पद पर बने रहने का आदेश दिया है.
मनोज तिवारी का वैसे भी तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है. उन्हें पार्टी ने नवंबर 2016 में प्रदेश अध्यक्ष बनाया था, कायदे से तो अब तक नया प्रदेश अध्यक्ष बन जाना चाहिए था, मगर दिल्ली चुनाव के कारण राज्य में संगठन चुनाव स्थगित रहा. अब चुनाव के बाद राज्य के संगठन चुनाव में किसी नए चेहरे को कमान मिलेगी. यह भी पढ़ें:- दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2020: शर्मनाक हार के बाद पीसी चाको ने दिया इस्तीफा, कहा- कांग्रेस का पतन 2013 में ही शुरू हो गया था.
बता दें कि दिल्ली बीजेपी के अंदर नियुक्ति आने वाले समय में हो सकती है. क्योंकि विधानसभा चुनाव के कारण बीजेपी के संगठन के चुनाव को कुछ दिनों के लिए विराम लगा दिया था. रिपोर्ट के मुताबिक तब तक उन्हें बने रहने होगा. बीजेपी में मिली हार के बाद मनोज तिवारी ने कहा था मैं प्रदेश अध्यक्ष हूं हमारा अपना सर्वे होता है, प्रदेश अध्यक्ष को ये थोड़ी बोलना नहीं चाहिए कि हम जी हार गए हैं पहले ही. मेरा अनुमान गलत सिद्ध हुआ। 48 विधानसभा में पानी, सड़कों, स्कूल की बुरी स्थिति है उसके आधार पर हमने कल्पना की थी.