नई दिल्ली, 29 अक्टूबर. भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन पर लगाए रिश्वत के झूठे आरोपों पर आखिरकार कोर्ट में बिना शर्त माफी मांग ली है. कपिल मिश्रा के कोर्ट में माफी मांगने पर स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि उन्होंने मेरे उपर लगाए रिश्वत के आरोपों के संबंध में कोर्ट में बिना शर्त माफी मांगते हुए स्वीकार किया है कि उनका आरोप राजनीति से प्रेरित था. कपिल मिश्रा की कोर्ट में बिना शर्त माफी इस सच्चाई को साबित करती है कि उनके पास ऐसे आरोपों का कोई आधार नहीं था और उन्होंने राजनीतिक लाभ लेने के लिए ऐसा किया था. वहीं, आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कोर्ट में कपिल मिश्रा के बिना शर्त माफी मांगने से यह साफ होता है कि उनके द्वारा लगाए गए आरोपों के पीछे भारतीय जनता पार्टी का हाथ था. कपिल मिश्रा ने अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल के जरिए भी माफी मांगने का आश्वासन दिया है, अगर वे सोशल मीडिया पर माफी नहीं मांगते हैं, तो उन्हें जेल भिजवाया जाएगा.
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन पर लगाए गए झूठे आरोपों पर अदालत में बिना शर्त के माफी मांग ली है. इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन और आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की. सतेंद्र जैन ने कहा कि वर्ष 2017 में जब कपिल मिश्रा को सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंत्री मंडल से निकाला, तो उसके बाद उन्होंने बहुत ही भद्दे और घटिया आरोप सीएम केजरीवाल और मेरे ऊपर लगाए थे. कपिल मिश्रा ने कहा था कि सतेंद्र जैन ने सीएम केजरीवाल को नकदी के रूप में दो करोड़ रुपए की रिश्वत दी है और मैंने अपनी आंखों से यह सब देखा है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने आगे कहा कि कपिल मिश्रा द्वारा लगाए गए आपत्तिजनक और घिनौने आरोपों की वजह से मैं बुरी तरह आहत हुआ था. मुझे गहरा सदमा पहुंचा था. कपिल मिश्रा से जब पार्टी के लोगों ने पूछा कि आप किस समय और कब मुख्यमंत्री आवास में गए थे. तब वो इस बारे में कुछ नहीं बता सके, क्योंकि उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और झूठे थे. इन झूठे आरोपों को लेकर मैंने अदालत में कपिल मिश्रा के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया था. यह भी पढ़ें-दिल्ली में प्रदूषण से निपटने में जुटी केजरीवाल सरकार, सत्येंद्र जैन ने NCR में चल रहे 11 थर्मल पॉवर प्लांट को बंद करने के लिए केंद्र सरकार को लिखा पत्र
सतेंद्र जैन ने कहा कि कल कपिल मिश्रा ने अदालत के सामने अपनी गलती मानते हुए लिखित रूप में माफी मांगी है। जब उनको लगा कि वो इन झूठे आरोपों को साबित नहीं कर पाएंगे, तो उन्होंने बिना शर्त माफी मांग ली। कपिल मिश्रा ने अदालत में माफी मांगते हुए कहा है कि उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोप राजनीति से प्रेरित थे। उन्होंने माना कि उनके सभी आरोप झूठे और गलत थे. उन्होंने बिना शर्त के माफी मांगते हुए कहा है कि वो भविष्य में मेरे ऊपर कभी भी इस तरह के आरोप नहीं लगाएंगे.
प्रेस वार्ता में मौजूद आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने उस समय कपिल मिश्रा द्वारा मीडिया को दिए गए बयान का एक वीडियो चलाते हुए कहा कि कपिल मिश्रा ने उस समय अपने बयान में तीन बातें कही थी कि ना में कभी आम आदमी पार्टी छोडूंगा, ना मैं कभी भाजपा में जाऊंगा और ना ही यह लोग मुझे कभी आम आदमी पार्टी से निकाल सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम 2017 से ही इस बात को लगातार कह रहे थे कि कपिल मिश्रा यह सभी काम भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर कर रहे हैं, यह भारतीय जनता पार्टी के एजेंट हैं और अंततः एक दिन भारतीय जनता पार्टी में इनका विलय होगा.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 2017 में कपिल मिश्रा ने बेहद ही बचकाने किस्म के आरोप दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर लगाए. कपिल मिश्रा ने बार-बार इस झूठ को दोहराया कि 5 मई 2017 को उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पर स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन जी को 2 करोड रुपए की राशि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को देते हुए देखा। उन्होंने कहा कि दो करोड़ की राशि कोई छोटी मोटी राशि नहीं है, उसको ले जाने के लिए किसी बड़े बैग का इस्तेमाल किया गया होगा और मुख्यमंत्री आवास पर गेट से लेकर अंदर जाने तक चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. हम पहले दिन से ही कपिल मिश्रा के इस झूठ का पर्दाफाश करने के लिए कपिल मिश्रा से केवल और केवल एक ही प्रश्न पूछ रहे थे कि आप 5 मई 2017 को कितने बजे मुख्यमंत्री जी के आवास पर गए थे? कपिल मिश्रा से जब-जब पूछा गया कि कुछ तो जानकारी दीजिए कि आपने देखा तो किस प्रकार का बैग था, कितना बड़ा बैग था, किस कलर का बैग था? आप कितने बजे मुख्यमंत्री आवास पर गए थे? तमाम सवालों के जवाब देने में कपिल मिश्रा को तकलीफ होती थी, वह बहाने बना रहे थे कि मैं इसकी जानकारी सीबीआई को दूंगा, मैं इसकी जानकारी उपराज्यपाल को दूंगा, मैं इसकी जानकारी एसीबी को दूंगा. परंतु किसी के प्रश्न का जवाब वह नहीं दे पा रहे थे. उसके पीछे सिर्फ और सिर्फ एक ही कारण था कि कपिल मिश्रा कोरा झूठ बोल रहे थे. वह 5 मई 2017 को मुख्यमंत्री जी के आवास पर गए ही नहीं थे.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 2018 में भी मैंने खुद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात की जानकारी मीडिया के साथ साझा की थी कि सीबीआई और लोकायुक्त ने भी कपिल मिश्रा की इस झूठी शिकायत में कोई साक्ष्य नहीं प्राप्त किए। क्योंकि कपिल मिश्रा ने आरोप तो लगा दिए, परंतु जब सीबीआई और लोकायुक्त ने उनसे से साक्ष्य मांगे, तो वह किसी भी प्रकार का कोई साक्ष्य देने के लिए सीबीआई और लोकायुक्त के दफ्तर पहुंचे ही नहीं, क्योंकि कपिल मिश्रा के पास कोई साक्ष्य था ही नहीं. अंततः कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी भी छोड़ी, भारतीय जनता पार्टी में शामिल भी हुए और अब अपने झूठ के लिए कोर्ट के सामने अरविंद केजरीवाल जी से माफी भी मांगी. उन्होंने बताया की विधानसभा में इनकी विधायिकी को रद्द करने के लिए मैंने एक याचिका लगाई थी, जिसके आधार पर यह दोषी भी पाए गए और कपिल मिश्रा को विधायक पद से बर्खास्त भी किया गया. विधानसभा के भीतर भी इनका दोहरा रवैया था। भीतर तो कपिल मिश्रा माफी मांगते थे और बाहर निकलकर मीडिया के सामने कुछ और बोलते थे. कोर्ट में कपिल मिश्रा द्वारा मांगी गई माफी पत्र से संबंधित जानकारी मीडिया के साथ साझा करते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इस माफीनामा में कपिल मिश्रा ने इस बात को स्वीकार किया है कि मैं इस मामले में मुजरिम हूं और मेरे द्वारा की गई शिकायत पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित थी. उन्होंने माफीनामे में यह भी कहा है कि मैं बिना किसी शर्त के अपनी इस गलती के लिए माफी मांगता हूं और मैं आश्वासन देता हूं कि भविष्य में इस प्रकार की गलती दोबारा नहीं करूंगा। साथ ही साथ उन्होंने माफीनामा में यह भी कहा कि मैं अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के माध्यम से सार्वजनिक तौर पर अपनी इस गलती के लिए माफी मांगूंगा. सौरभ भारद्वाज ने मीडिया के माध्यम से कपिल मिश्रा को चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि यदि उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ दोबारा केस किया जाएगा और उन्हें जेल भिजवाया जाएगा.
अंत में मीडिया से निवेदन करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिस समय कपिल मिश्रा ने यह झूठे आरोप लगाए, उस समय सभी प्रतिष्ठित न्यूज चैनलों ने अपने चैनलों पर यह खबर बढ़-चढ़कर दिखाई, सभी चैनलों पर कपिल मिश्रा के आधे आधे घंटे के प्रोग्राम चलाए गए. जिसके कारण से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन जी के मान की बहुत हानि हुई। मैं उम्मीद करता हूं और आप लोगों से अनुरोध करता हूं कि कपिल मिश्रा के झूठ का पर्दाफाश हो गया है, सार्वजनिक तौर पर और कोर्ट के सामने कपिल मिश्रा ने अपने झूठ के लिए माफी मांगी है. इस खबर को भी उतना ही महत्व दें और कपिल मिश्रा से उनकी माफी पर भी जाकर बयान ले और यह खबर भी उसी प्रकार से अपने चैनलों के माध्यम से जनता तक पहुंचाएं. ताकि उस समय जो मुख्यमंत्री जी की और स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन जी की मान की हानि हुई उसकी थोड़ी भरपाई हो सके.