Randeep Surjewala Attacks Modi Govt: रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा-‘एक्ट ऑफ फ्रॉड’ से अर्थव्यवस्था को डुबोने वाली मोदी सरकार अब इसका जिम्मा ‘एक्ट ऑफ गॉड’ बता रही है
भारत में कोविड-19 महामारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. कोरोना के चलते देश को आर्थिक मोर्चे पर बहुत नुकसान पहुंचा है. साथ ही देश की अर्थव्यवस्था, जीडीपी और बेरोजगारी को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है. इसी बीच एक बार गिरती अर्थव्यवस्था सहित अन्य मसलों को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ‘एक्ट ऑफ फ्रॉड’ से अर्थव्यवस्था को डुबोने वाली मोदी सरकार अब इसका जिम्मा ‘एक्ट ऑफ गॉड’ बता रही है.
नई दिल्ली, 4 सितंबर. भारत में कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. कोरोना के चलते देश को आर्थिक मोर्चे पर बहुत नुकसान पहुंचा है. साथ ही देश की अर्थव्यवस्था (Economy), जीडीपी (GDP) और बेरोजगारी (Unemployment) को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है. इसी बीच एक बार गिरती अर्थव्यवस्था सहित अन्य मसलों को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने मोदी सरकार (Modi Government) पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ‘एक्ट ऑफ फ्रॉड’ (Act of Fraud) से अर्थव्यवस्था को डुबोने वाली मोदी सरकार अब इसका जिम्मा ‘एक्ट ऑफ गॉड’ (ACt of God) बता रही है.
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि 6 साल से ‘एक्ट ऑफ फ्रॉड’ से अर्थव्यवस्था को डुबोने वाली मोदी सरकार अब इसका जिम्मा ‘एक्ट ऑफ गॉड’ यानि भगवान पर मढ़कर अपना पीछा छुड़वाना चाहती है. साफ ही तो है, जो भगवान को भी धोखा दे रहे हैं, वो इंसान और अर्थव्यवस्था को कहां बख्शेंगे. यह भी पढ़ें-Randeep Surjewala on Economy: रणदीप सुरजेवाला का केंद्र पर तंज, कहा-गिरती अर्थव्यवस्था का इल्जाम 'भगवान' पर लगाना अपराध और नोटबंदी- GST को मास्टर स्ट्रोक बताना सफेद झूठ
कांग्रेस का ट्वीट-
सुरजेवाला ने कहा कि लोगों का विश्वास सरकार से पूरी तरह उठ चुका है। लघु, छोटे और मध्यम उद्योगों से पूछिए, तो वो बताएंगे कि बैंक न तो कर्ज देते हैं और न ही वित्तमंत्री की बात में कोई वजन है. उन्होंने कहा कि आर्थिक बर्बादी के चलते 40 करोड़ हिंदुस्तानी गरीबी रेखा से नीचे धकेले जा रहे हैं. भयानक आर्थिक मंदी के बीच 80 लाख लोगों ने EPFO से 30,000 करोड़ मजबूरन निकाले. अप्रैल से जुलाई, 2020 के बीच 2 करोड़ नौकरीपेशा लोगों की नौकरियां चली गईं है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि 2020-21 में प्रांतों को GST कलेक्शन में 3 लाख करोड़ का नुकसान होने वाला है. फिर प्रांत अपना खर्च कैसे चलाएंगे, जब केंद्र सरकार GST में उनका हिस्सा देने से इंकार कर रही है। यह आर्थिक अराजकता है.