कर्नाटक स्थानीय निकाय चुनाव: 1221 वार्डों में से कांग्रेस को 509 में मिली जीत, लोकसभा चुनावों को लेकर उठाए सवाल
प्रतीकात्मक तस्वीर (फ़ाइल फोटो)

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में करारी हार के बाद कांग्रेस (Congress) को कर्नाटक (Karnataka) से राहत देने वाली एक खबर मिली और पार्टी ने राज्य में हुए स्थानीय निकाय चुनाव (Local Body Elections)में शुक्रवार को सबसे अधिक सीटें जीतीं. राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार 56 शहरी स्थानीय निकायों में कुल 1,221 वार्डों में से कांग्रेस ने 509 वार्डों में जीत हासिल की जबकि बीजेपी (BJP) को 366 स्थानों पर जीत मिली. अकेले चुनाव लड़ने वाली जेडीएस (JDS) को 174 वार्डों में जीत मिली. 160 वार्डों में निर्दलीय उम्मीदवार विजयी हुए जबकि बीएसपी को तीन, माकपा को दो और अन्य दलों को सात सीटें मिलीं. सात नगर परिषदों के 217 वार्डों, 30 नगरपालिका परिषदों के 714 वार्डों और 19 नगर पंचायतों के 290 वार्डों के परिणाम घोषित किए गए. कांग्रेस ने नगर परिषदों में 90 वार्ड जीते, जबकि बीजेपी और जेडीएस ने क्रमशः 56 और 38 वार्ड जीते.

इस बीच, कांग्रेस ने शुक्रवार को कर्नाटक में शहरी स्थानीय निकायों के चुनावों में अपनी सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि कुछ दिनों के भीतर ही जनता ने एक बार फिर से उसमें विश्वास जताया. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने निकाय चुनाव के नतीजे शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘कर्नाटक में 19 और 23 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था. इसके एक महीने के बाद 29 मई को शहरी स्थानीय निकाय का चुनाव हुआ. लोकसभा चुनाव में केंद्रीय चुनाव आयोग के तहत आने वाली ईवीएम का उपयोग किया. शहरी निकाय के चुनाव में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकार के तहत आने वाली ईवीएम का उपयोग हुआ.’ उन्होंने कहा, ‘हम खुश हैं कि लोगों ने अपनी सोच बदली और कांग्रेस को चुना.’

वहीं, कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्वीट कर लिखा, 'लोकसभा चुनावों में कर्नाटक में कांग्रेस बुरी तरह हारी. जेडीएस का भी सफाया हो गया. हफ्ते भर बाद वहां स्थानीय निकायों के चुनाव हुए. नतीजे आज आए हैं. कांग्रेस एक नंबर पर. जेडीएस अकेले लड़ी थी. दोनों की सीटें मिला दें तो बीजेपी बहुत पीछे है. एक हफ्ते में वोटर इतना बदल गया ? जरा सोचिए.' यह भी पढ़ें- कर्नाटक: कांग्रेस-JDS गठबंधन वाली सरकार बचाने की कवायद तेज, संकट से उबारने में जुटे वेणुगोपाल

गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक की कुल 28 में से 25 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. वहीं, सत्ताधारी कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को महज एक-एक सीट से ही संतोष करना पड़ा था जबकि एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी.

भाषा इनपुट