कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने की अपनी ही पार्टी की आलोचना, 2015 में हुए गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले से गलत तरीके से निपटने का लगाया आरोप
कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब की अपनी ही पार्टी की सरकार की आलोचना करते हुए राज्य के बारगड़ी और अन्य स्थानों पर 2015 में हुए गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले से गलत तरीके से निपटने का आरोप लगाया. एजेंसी ने मोहाली में विशेष अदालत को यह बताया था कि एक बार सीबीआई को जांच सौंपे जाने के बाद इसे वापस लेने का कोई वैधानिक प्रावधान नहीं है.
चंडीगढ़ : कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) ने शनिवार को पंजाब की अपनी ही पार्टी की सरकार की आलोचना करते हुए राज्य के बारगड़ी और अन्य स्थानों पर 2015 में हुए गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले से ‘‘गलत तरीके से’’ निपटने का आरोप लगाया. इस मामले में राज्य की अमरिंदर सिंह सरकार पहले से ही विपक्ष के विरोध का सामना कर रही है.
बेअदबी के तीन मामलों को केंद्रीय जांच ब्यूरो से वापस लिये जाने के राज्य सरकार के फैसले के बाद जांच एजेंसी ने राज्य सरकार के इस कदम की छानबीन करने की मांग करने के दो दिन बाद बाजवा का यह बयान आया है . एजेंसी ने मोहाली में विशेष अदालत को यह बताया था कि एक बार सीबीआई को जांच सौंपे जाने के बाद इसे वापस लेने का कोई वैधानिक प्रावधान नहीं है.
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राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाजवा ने राज्य सरकार पर अपने पूरे ढाई साल के कार्यकाल के दौरान धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी में शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने में असफल होने का आरोप लगाया. बाजवा ने शनिवार को कहा, ‘‘इस मामले से तरीके से नहीं निपटा गया. यह सही दिशा में नहीं जा रहा है.’’