नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत उच्च शिक्षा में परिवर्तनकारी सुधारों पर सम्मेलन’ को संबोधित किया. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीन-चार साल के विचार के बाद नई शिक्षा नीति (New Education Policy) को भी हरी झंडी दिखाई गई है. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अमल में लाने के लिए हम सभी को एकसाथ संकल्पबद्ध होकर काम करना पड़ेगा. मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है. कांग्रेस (Congress) ने कहा कि बीजेपी सरकार (BJP Govt) द्वारा लाई शिक्षा नीति जमीनी हकीकत से दूर है.
कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा गया कि भाजपा सरकार द्वारा लाई गई नई शिक्षा नीति जमीनी हकीकत से दूरी बनाकर लागू की गई है। ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावे देने से पहले सरकार को बुनियादी सरंचना को दुरूस्त करना चाहिए था। 'न्यू इंडिया' में शिक्षा केवल विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के लिए है. यह भी पढ़े-PM Modi on New Education Policy: पीएम मोदी बोले- नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से तैयार होगी नए भारत की नींव, भविष्य होगा सुनहरा
कांग्रेस का ट्वीट-
भाजपा सरकार द्वारा लाई गई नई शिक्षा नीति जमीनी हकीकत से दूरी बनाकर लागू की गई है। ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावे देने से पहले सरकार को बुनियादी सरंचना को दुरूस्त करना चाहिए था। 'न्यू इंडिया' में शिक्षा केवल विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के लिए है।#IndiaDeservesBetterNEP pic.twitter.com/pyXdgNXK4y
— Congress (@INCIndia) August 7, 2020
कांग्रेस द्वारा किए गए इस ट्वीट में वास्तविकता का जिक्र करते हुए तस्वीर में लिखा गया है केवल 9.85 फीसदी सरकारी स्कूलों में कार्य योग्य कंप्यूटर है. साथ ही सिर्फ 4.09 फीसदी में इंटरनेट की सुविधा है. कोरोना महामारी के चलते हाशिये के वर्गों के 70 फीसदी छात्र ऑनलाइन कक्षाओं से वंचित हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान यह भी कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति सिर्फ सर्कुलर जारी करके, नोटिफाई करके लागू नहीं होगी. इसके लिए मन बनाना होगा, आप सभी को दृढ़ इच्छाशक्ति दिखानी होगी. भारत के वर्तमान और भविष्य को बनाने के लिए आपके लिए ये कार्य एक महायज्ञ की तरह है.