नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर एनडीए (NDA) में सीट बंटवारे को लेकर नाराज चल रहे लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) सांसद और रामविलास पासवान (RAM VILAS PASWAN) के बेटे चिराग पासवान (CHIRAG PASWAN) ने नोटबंदी की सफलता पर सवाल खड़े किए हैं. सूत्रों के अनुसार, चिराग ने पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर नोटबंदी के फायदे के बारे में जानकारी मांगी है. चिराग एलजेपी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं. ऐसे में चिराग के खत के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि एलजेपी भी एनडीए से बाहर हो सकती है.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) का भी दावा है कि एलजेपी भी महागठबंधन में शामिल होगी. उधर, रामविलास पासवान ने सफाई देते हुए कहा है कि कोई नाराजगी नहीं है. चिराग संसदीय बोर्ड के चेयरमैन हैं. इस बारे में वही बताएंगे. इन सब के बीच तल्खी बढ़ते देख बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दिल्ली में गुरुवार को रामविलास पासवान और चिराग पासवान से मुलाकात करेंगे.
गौरतलब है कि एनडीए से सीट बंटवारे को लेकर नाराज उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के निकल जाने के बाद एलजेपी ने भी सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. बुधवार को एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने भी सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी को 31 दिसंबर तक का अल्टीमेटम देकर बिहार के 40 सीटों में से सात सीटों पर दावा ठोंक दिया था. यह भी पढ़ें- राहुल गांधी बोले- गब्बर सिंह टैक्स पर पीएम मोदी की उड़ाई नींद, तब हरकत में आई सरकार
पारस ने 31 दिसम्बर तक सीट बंटवारे की समय सीमा तय करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो इसके बाद पार्टी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है. वहीं, चिराग ने भी बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रशंसा की थी. उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी में सकारात्मक बदलाव आया है. जहां कांग्रेस लगातार हार रही थी और लंबे समय बाद पार्टी ने अच्छी जीत हासिल की है.