रायपुर: नागरिकता संशोधन कानून के साथ ही नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) का भी पूरे देश में विरोध हो रहा है. हालांकि अभी तक इस बिल को लाया लाया नहीं गया है. लेकिन गृहमंत्री अमति शाह (Amit Shah) ने सीएए लाने के समय ही संसद भवन में कह दिया था कि इस कानून के बाद एनआरसी भी लाया जाएगा. इसके लिए लोग तैयार हो जाए. एनआरसी को लेकर ही छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) का एक बयान आया है. उन्होंने मीडिया के बातचीत में कहा कि यदि सरकर की तरफ से इसे लाया गया तो वे पहले व्यक्ति होंगे जो रजिस्टर पर साइन नहीं करेगें.
मुख्यमंत्री बघेल ने अपने बयान में साफ शब्दों में कहा कि वे इस कानून को छत्तीसगढ़ में लागू नहीं होने देंगे. छत्तीसगढ़ के बारे में उन्होंने कहा कि इस राज्य में करीब 2 करोड़ जनता रहती है. जिसमें करीब आधे ऐसे लोगो हैं. जिनके पास लैंड लैंड रिकॉर्ड नहीं हैं. ऐसे में यह बिल लागू होता है तो लोगों के लिए काफी परेशानी हो सकती हैं. इसलिए वे इस बिल के विरोध में हैं. यह भी पढ़े: CAA और NRC विरोधी प्रदर्शन के बाद जबलपुर के 4 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू
Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel: If NRC (National Register of Citizens) is implemented, I will be the first person who will not sign the register. pic.twitter.com/KnbNMVDKbT
— ANI (@ANI) December 21, 2019
उन्होंने अपने बयान में कहा कि यदि जांच एजेंसियों को लग रहा है कि कोई देश में अवैध रूप से रहा रहा है तो उसे पकड़ना चाहिए. बघेल ने अपने बयान में महात्मा गांधी के बारे में हवाला देते हुए कहा कि जिस तरह से गांधी जी ने 1906 में अंग्रेजों के कानून का विरोध किया था. ठीक उसी तरफ से वे भी भी एनआरसी का विरोध करेगें.
बता दें कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन बिल एक रजिस्टर है. जिसमें भारत में रह रहे सभी वैध नागरिकों का रिकॉर्ड रखा जाएगा. इस बिल को अब तक असम में लागू किया गया है. जो इस अब पूरे देश में लागू किया जाएगा. गृह मंत्री अमित शाह ने संसद भवन में इस बात को कह चुके हैं.
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