क्या मोदी के इशारों पर बन रहा है फेडरल फ्रंट? चंद्रबाबू नायडू का आरोप
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि आंध्र प्रदेश में बीजेपी विरोधी वोटों को विभाजित करने के लिए फेडरल फ्रंट बनाया जा रहा है.
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) के मद्देनजर तेलंगाना (Telangana) के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव (K. Chandrashekar Rao) की तरफ से समान विचारधारा वाले सियासी दलों को लेकर बनाए जा रहे फेडरल फ्रंट (Federal Front) को आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू (N. Chandrababu Naidu) ने 'फ्लॉप शो' बताया है. चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाते हुए कहा है कि यह फेडरल फ्रंट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के इशारों पर बन रहा है. वहीं, चंद्रबाबू नायडू खुद कांग्रेस (Congress) को साथ रखकर एक छतरी के नीचे समान विचारधारा वाली पार्टियों को लाकर राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
चंद्रबाबू नायडू तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शनिवार को आयोजित विपक्षी महारैली में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार शाम को कोलकाता जाएंगे. 2019 के चुनावी मिशन के तहत अमरावती में टेलीकॉन्फ्रेस के जरिए तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के अपने सहयोगियों के साथ बातचीत के दौरान चंद्रबाबू नायडू ने टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामाराव और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी की मुलाकात पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस पूरी तरह एक्सपोज हो गई हैं. ये दोनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारों पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में बीजेपी विरोधी वोटों को विभाजित करने के लिए फेडरल फ्रंट बनाया जा रहा है और ये पीएम मोदी के दिमाग की उपज है. लेकिन इस फेडरल फ्रंट को किसी दूसरी पार्टी के तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है. यह भी पढ़ें- एनडीए को लगेगा एक और झटका, यूपी में गठबंधन से अलग होंगे ओम प्रकाश राजभर!
के. चंद्रशेखर राव की फेडरल फ्रंट बनाने की कवायद पर पहले कांग्रेस ने भी निशाना साधा था. कांग्रेस ने राव पर ‘अलगाव की राजनीति’ करने का आरोप लगाया और दावा किया था कि वह केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी की मदद कर रहे हैं. कांग्रेस ने यह भी कहा था कि टीआरएस प्रमुख के ‘झांसे’ में कोई नहीं आने वाला है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा था कि देश में सत्तारूढ़ पार्टी को छोड़ दें तो कांग्रेस दूसरी बड़ी पार्टी है. इसका (राव के प्रयास) क्या मतलब निकाला जाए? इसका मतलब यह है कि आप सत्तारूढ़ पार्टी की मदद कर रहे हैं. सिंघवी ने दावा किया था कि साफ है कि आप (राव) अलगाव की राजनीति कर रहे हैं. आपका प्रयास सत्तारूढ़ पार्टी की मदद करने का है. इतना साफ है कि इस झांसे में कोई पार्टी नहीं आने वाली है.